किसानों के धरना के सामने झुका प्रशासन 30 अक्टूबर को बैंक खोलने लिखित पत्र का वाचन किया….
October 2, 2024संपादक मनोज गोस्वामी
बागबाहरा 02 अक्टूबर 2024/ मुनगासेर में स्वीकृत जिला सहकारी बैंक के नवीन शाखा खोलने के लिए हिला हवाला कर रहे जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मुख्यालय रायपुर के अधिकारियों के खिलाफ मुनगासेर में निर्धारित अमरण अनशन में 35 गांव के दो से ढाई हजार किसानों को साथ लेकर जनपद अध्यक्ष स्मिता चंद्राकर किसान नेता एंव आन्दोलन के संयोजक हितेश चंद्राकर के नेतृत्व में अमरण अनशन धरना पर बैठ गये किसानों के सामने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मुख्यालय के अधिकारी को झुकना पडा।
किसानों के बढते भीड को देखकर बागबाहरा के पुलिस प्रशासन क्षेत्र के तहसीलदार मौके पर मौजूद रहे।
बैंक खोलने के मामले को लेकर क्षेत्र के किसान एंव ग्रामीणजन स्वतः अनशन स्थल पहुंचने लगे इस आन्दोलन को सफल बनाने क्षेत्र के किसान स्वयं तैयारी मे जुटे थे किसानों ने अपने अपने गांव में काम बंद किये थे
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के हवाले से नोडल अधिकारी शर्मा,नरेंद्र ठाकुर कोमाखान बैंक के मैनेजर ने मुख्यालय रायपुर सीईओ के द्वारा जारी किया गया आदेश पत्र का अनशन मे बैठे किसानों के सामने वाचन कर 30 अक्टूबर 2024 को बैंक के नवीन शाखा का शुभारंभ करने की घोषणा किया गया।नवीन बैंक शाखा का भवन का काम तेजी से किया जा रहा है।अनशन धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों ने स्पष्ट रुप से उपस्थित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि 30 अक्टूबर के दिन बैंक उद्घाटन करने में हिला हवाला किया जाता है तो सभी किसानों ने एक नवंबर को कलेक्टर का घेराव करने का चेतावनी सभा स्थल से दिया गया है।मुनगासेर में बैक खुलने की घोषणा होते ही पूरे क्षेत्र में हर्ष छा गया आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया गया एक दूसरे किसान बधाई का अदान प्रदान कर रहे थे।
अनशन स्थल पर जनपद अध्यक्ष स्मिता चंद्राकर किसान नेता आन्दोलन के संयोजक हितेष चंद्राकर जनपद सदस्य ममता चंद्राकर किसान नेता पारस सांखला एंव कुमार ढिंढी ,खीरसाय पटेल ,गांधी जी भारत माता के तैलचित्र पर पुष्प चढाकर श्रध्दासुमन आर्पित कर अनशन में बैठ गये।
सभा को जनपद अध्यक्ष स्मिता चंद्राकर ने संबोधित करने से पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी लालबहादुर शास्त्री जी को श्रध्दासुमन अर्पित करते हुये कहा आज हम सब मुनगासेर में अपने सबसे बडी समस्या से छुटकारा पाने के लिए अमरण अनशन पर बैठने विवश हुए है हम किसान भाइयों को अपने मेहनत की कमाई का दाम लेने कोमाखान बैंक में पारी का इंतजार करते रात दिन खड़ा रहना पडता है फिर भी समय में किसानों को चुकारा नहीं मिल पाता। यह अनशन किसी सरकार या नेता समाज के खिलाफ नहीं है हमें अनशन में बैठने का कोई शौक नहीं है लेकिन लाल फीताशाही अधिकारियों ने हमें अनशन मे बैठने के लिए मजबूर किया है।
चूंकि मुनगासेर में बैंक स्वीकृत हो जाने के बाद भी रायपुर में बैठे आला अधिकारियों ने बैंक शुरु करने नाना प्रकार के अडंगा लगाते रहे है। किसानों की मांग को रायपुर में बैठे अधिकारी नजरअंदाज कर रहे थे उनके कानों में जूँ नहीं रेंग पा रहा था।तमाम कोशिशों के बाद भी अधिकारी बहाने बाजी करते रहे इस कारण हमने किसानों के इस समस्या को गंभीरता से लेते हुये आप सबों के सहयोग से अनशन में बैठने का निर्णय लिया।
क्षेत्र के किसानों की इस गंभीर समस्या को देख कर बेहद दुख होता हैं, हमारे अनशन पर बैठने से घर बैठ चुके कुछ
विध्वंसकारी नेता कुछ छपास रोग वाले नेता इस आन्दोलन में खलल डालने तरह तरह के हथकंडे अपना रहे थे क्षेत्र के किसानों को दिग्भ्रमित करने फोन के माध्यम से भ्रम फैलाने का काम किया गया उन नेताओं को मै चुनौती देती हूँ यदि उनमें हिम्मत हो तो वे सामने आकर सवाल जवाब करें उनके सारे प्रश्नों का जवाब दूंगी।
आन्दोलन के खिलाफ खडे नेता सामने आयें हम उनके नेतृत्व में हमारे किसान भाइयों की समस्या क्षेत्र से जुडे सार्वजनिक हित जैसे मामलों के निराकरण कराने लडाई लडें।
आरोप प्रत्यारोप करना आसान है वे हमें बतायें इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है कौनसा काम जनहित में कराया है या कब किसानों की समस्या में खडे हुये अखबार में छपवा देने भर से समस्या का निराकरण नहीं होता।
इस आन्दोलन के पहले हमने जनपद में बैठकर हजारों किसान जो सम्मान नीधि राशि से वंचित थे उनकी मदद किया उन्हें पैसा मिलने लगा उस समय में कुछ असंतुष्ट नेता बयान बाजी करते रहे हमने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया निरंतर किसानों का काम करते रहे हमारे प्रयास से किसानों का भला हुआ उससे हम संतुष्ट है ओलावृष्टि से प्रभावित किसान भाईयों को मुआवजा दिलाने लडाई लडे और उन्हें उनके फसल क्षति का मुआवजा दिलाने में मदद की चूंकि ऐसा करना हमारा कर्त्तव्य है और धर्म भी है जनता हमें पद पर इसलिए बिठाया है कि हम उनके तकलीफ के समय साथ में खडे होकर उनका सहयोग करें।
मै इस मंच के माध्यम से आप सभी को विश्वास दिलाती हूँ क्षेत्र के किसी भी समस्या के लिए हम लडाई लडने तैयार है क्षेत्र से जुडे मुद्दे जनहित के काम के लिए एक बार क्या सैकड़ों बार भी आमरण अनशन’ करना पडे तो हम करेंगे।
सभा को किसान नेता हितेश चंद्राकर ने भी संबोधित करते हुये क्षेत्र से आये तमाम किसान भाईयों से कहा हम आप के हर समस्या के लिए प्रथम पंक्ति में खडे नजर आयेंगे आप सब एकता बनाकर चलें उन्होंने विस्तार पूर्वक पूरे घटना क्रम को किसानों के सामने रखा।
सभा को रामखिलावन साहू पराणू साहू , उल्लास चंद्राकर सालिकराम चंद्राकर, मोरध्वज चक्रधारी, गैंद महानंद, तिलक चंद्राकर, ने भी संबोधित किया सभा संचालन किसान नेता पारस सांखला ने किया आभार प्रर्दशन विनोद दीवान ने किया।
इस अवसर प्रमुख रुप से खीरसाय पटेल, पुनीत सिन्हा, चींताराम सिन्हा, धीरज चंद्राकर, छन्नू साहू, घनश्याम साहू, खेमराज सिन्हा, घनश्याम चंद्राकर ,रमेश चंद्राकर ,कार्तिक राम पांडे, मंगतू राम ध्रुव, बरसाती साहू, देवशरण देवांगन, अशोक चंद्राकर,एडिशन ठाकुर, रामलाल साहू, प्रीतम यादव, छबि राम साहू, रोहित चंद्राकर, सहित मुनगासेर के समस्त नव युवक टीम के सदस्य गण क्षेत्र के सरपंच पंच सहकारी समिति के पूर्व पदाधिकारी हजारों किसान मौजूद थे।
अमरण अनशन मे बैठे जनपद अध्यक्ष स्मिता चंद्राकर हितेश चंद्राकर का अनशन को कोमाखान के तहसीलदार ने बच्ची के हाथों जूस पिलाया तत्पश्चात अमरण अनशन समाप्ति का घोषणा किया गया।