महासमुंद कांग्रेस जनों ने राज्य के प्रथम स्वतंत्रता-संग्राम सेनानी शहीद वीरनारायण सिंह कि शहादत दिवस मनाया.. 1857 कि लडाई में मुख्य भुमिका निभांए,10 दिसंबर 1858 को हुए शहादत..
December 10, 2021
महासमुंद 10 दिसंबर 2021/ छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं सच्चे राष्ट्रभक्त व गरीबों के मसीहा शहीद वीर नारायण सिंह जी के पुण्यतिथि के अवसर पर महासमुंद के गांधी कांग्रेस भवन में कांग्रेस के समस्त पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ और देश की आजादी के लिए 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय शहीद वीर नारायण सिंह ने जो कार्य किए उसे विधायक एवं संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने बताया कि कैसे गरीबों के लिए उन्होंने अनाज से भरा अंग्रेजों के गोदाम को लूट कर गरीबों में बांट दिया।जब एक आदमखोर शेरनी ग्राम वासियों को परेशान किया तो उसे अकेले ही तलवार से काट दिया।
तत्पश्चात जिलाध्यक्ष डॉ.रश्मि चंद्राकर ने बताया कि अंग्रेजों के जेल को तोड़कर फरार हो गया और स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया 17 वी शताब्दी में सोनाखान राज्य की स्थापना की, इनके पूर्वज गोंडवाना साम्राज्य के सारंगढ़ के जमींदार के वंशज थे । सोनाखान का प्राचीन नाम सिंहगढ़ था।
आदिवासी समाज का नेतृत्व किया साथ ही भारत की आजादी में अपने क्षेत्र का नेतृत्व करते हुए पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया धोखे से शहीद वीर नारायण सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार करके 10 दिसंबर 1858 को रायपुर के जय स्तंभ चौक पर फांसी दे दी गई।
शहीद वीर नारायण के द्वारा लड़े गए स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के कारण ही छत्तीसगढ़ का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया उक्त कार्यक्रम में विनोद सेवनलाल चंद्राकर विधायक एवं संसदीय सचिव के आतिथ्य में डॉ. रश्मि चंद्राकर के सानिध्य प्रभारी महामंत्री संजय शर्मा शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल,बीज अनुसंधान केंद के सदस्य दाऊ लाल चंद्राकर,ढेलु निषाद, संयुक्त महामंत्री सोमेश दवे,शहर प्रभारी महामंत्री गुरमीत चावला,उपाध्यक्ष राजू साहू, एल्डरमैन सुनील चंद्राकर,जावेद चौहान,प्रदीप चंद्राकर,मिंदर चावला,नारायण नामदेव,ममता चंद्राकर,लोकेश चंदन साहू,विनोद युगर, बलदाऊ बांदे,टोमन सिंग कागजी,माखन निर्मलकर,अजय थवाईत,अब्दुल जावेद,संतोष चंद्राकर,गिरजा शंकर चंद्राकर,विजय बघेल,मोती साहू,चंद्रेश साहू,लालू पटेल ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। आभार प्रदर्शन शहर अध्यक्ष खिलावन बघेल ने किया।