टीकाकरण महाअभियान के लिए वातावरण बनाने निबंध प्रतियोगिता ‘‘दूसरी डोज जरूरी क्यों’’विद्यार्थी घर से कर सकेंगे निबंध लेखन का कार्य

टीकाकरण महाअभियान के लिए वातावरण बनाने निबंध प्रतियोगिता ‘‘दूसरी डोज जरूरी क्यों’’विद्यार्थी घर से कर सकेंगे निबंध लेखन का कार्य

December 3, 2021 0 By Central News Service

महासमुंद 03 दिसम्बर 2021/ जिले में कोविड संक्रमण से बचाव और कोविड-19 के द्वितीय डोज टीकाकरण महाअभियान में वातावरण बनाने और जागरूकता लाने के लिए कक्षा 5 वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है। निबंध का विषय ‘‘दूसरा डोज जरूरी क्यों’’ रखा गया है। प्रत्येक विकासखण्ड से प्राप्त आठ-आठ निबंधों में से जिला स्तर पर चयनित कक्षावार सर्वश्रेष्ठ निबंध के प्रतिभागी विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को सम्मानित किया जाएगा। निबंध प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों के द्वारा अपने पालकों, परिजनों, दोस्तों और अन्य परिचितों से दूसरा डोज जरूरी क्यों विषय पर बातचीत कर जिन्होंने अब तक दूसरी डोज या पहली डोज नहीं लगवाई है, उन्हें जागरूक किया जाए और कोविड की डोज लगाने के लिए विद्यार्थी अपने आस-पास दोस्तों और परिवारों के सदस्यों को प्रेरित करना है।


जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कक्षा 5 वीं से 12 वीं तक के सभी बच्चे इसमें शामिल होंगे। छात्र-छात्राएं अपनी पालकों, परिजनों, दोस्तों या अन्य परिचित लोगों से कोविड-19 टीकाकरण की जानकारी एकत्रित कर निबंध लेखन का कार्य घर पर कर सकेंगे और मंगलवार 7 दिसम्बर के पूर्व  अपने-अपने स्कूल में जमा करेंगे। अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक कक्षावार प्रथम स्थान प्राप्त निबंध का चयन किया जाएगा। अर्थात् कक्षा 5 वीं से 12वीं तक स्तर अनुसार प्राथमिक विद्यालय से एक, पूर्व माध्यमिक से तीन, हाई स्कूल से दो व हायर सेकेण्डरी से भी दो का चयन कक्षावार किया जाएगा।
संकुल,़ विकासखण्ड, जिला की प्रतियोगिताओं में 8 निबंध प्रत्येक कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त निबंध की पुस्तिका को अगले चरण में भेजा जाएगा। प्रथम चरण शाला स्तर पर 1 दिसम्बर से 7 दिसम्बर तक है। द्वितीय चरण स्कूल संकुल स्तर पर 9 से 11 दिसम्बर तक, तृतीय चरण विकासखण्ड स्तर पर 13 से 15 दिसम्बर तक और चतुर्थ चरण जिला स्तर पर 17 से 20 दिसम्बर तक रखा गया है। निबंध प्रतियोगिता के लिए न्यूनतम शब्द सीमा भी तय की गई है। पॉचवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए न्यूनतम 100 शब्द, कक्षा छठवीं से आठवीं तक 125 शब्द, कक्षा नवमीं से दसवीं के लिए 150 शब्द और ग्यारहवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए न्यूनतम 200 शब्द की सीमा रखी गयी है।