महासमुंद शासकीय कर्मा कन्या महाविद्यालय में विश्व ओजोन दिवस मनाया गया
September 16, 2021महासमुंद 16 सितंबर 2021/शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय में इकाई एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा 16 सितंबर 2021 को विश्व ओजोन दिवस के मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।महाविद्यालय में निबंध लेखन प्रतियोगिता में कु. निकिता मसीह बीएससी प्रथम,भूमिका चंद्राकर बीकॉम दो, योगेश्वरी साहू एम एस सी प्रथम सेमेस्टर, संध्या चंद्राकर बीएससी कावेरी साहू बीएससी-2 ,काजल मारकंडे बीकॉम -1, वामीनि गौर बीएससी 2, नेहा तांडी बीकॉम 1 , खुशबू साहू बीकॉम 3 ने भाग लिया।
पोस्टर प्रतियोगिता में वामिनी गौर बीएससी 2 भावना पटेल एम एस सी-1प्रेरणा कापसे से एमएससी -2, साक्षी अग्रवाल एम एस सी 1 पूजा राजपूत बीएससी 3, ज्योति साहू बीएससी कांति दीवान एमएससी, मुस्कान साहू बीएससी, मधु सिन्हा बी कॉम सेकंड ईयर ,कुमारी प्रीति एम ए सेकंड ईयर ने भाग लिया।
रंगोली प्रतियोगिता मे रीना साहू बीएससी प्रथम ईश्वरी साहू बीकॉम प्रथम यामिनी ,बीएससी तृतीय, पूजा राजपूत बीएससी तृतीय ने मनमोहक रंगोली से जीवन के लिए आवश्यक ओजोन गैस के संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर यूथ रेड क्रॉस इकाई की संयोजक डॉ. स्वेतलाना नागल ने विश्व ओजोन दिवस के बारे में बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को 16 सितंबर 1987 को संयुक्त राष्ट्र और 45 अन्य देशों ने ओजोन परत को खत्म करने वाले पदार्थों पर मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए थे। मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल का उद्देश्य ओजोन परत की कमी के लिए जिम्मेदार पदार्थों के उत्पादन को कम करके ओजोन परत की रक्षा करना है. पहली बार विश्व ओजोन दिवस 16 सितंबर 1995 को मनाया गया।इसका मुख्य उद्देश्य विश्वभर के लोगों के बीच पृथ्वी को सूर्य की हानिकार अल्ट्रा वाइलट किरणों से बचाने तथा हमारे जीवन को संरक्षित रखनेवाली ओजोन परत के विषय में जागरूक करना है.यह ऊर्जा ओजोन की परत को धीरे-धीरे पतला कर रही है. पराबैगनी किरणों की बढ़ती मात्रा से जलवायु परिवर्तन,जैविक विविधता को क्षति एवं प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि जैसे भयानक परिणाम आज सामने आ रहे हैं इसके लिए आवश्यक है कि सभी नागरिक एकजुट होकर पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में मदद दे एवं वृक्षारोपण एवं अपने प्राकृतिक संसाधनों जैसे वन जल एवं जमीन का संरक्षण करें। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सरस्वती वर्मा ने युवाओं को पॉलिथीन के प्रयोग एवं अनावश्यक वाहनों के उपयोग से बचने की सलाह दी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमेश कुमार देवांगन ने छात्राओं के इस प्रयास की सराहना की।