देश के इतिहास में पहली बार हुई , बेटा के मुख्यमंत्री रहते पिता को जेल जाना पड़ा …
September 7, 2021रायपुर मुनादी।। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासन में उनके पिता पर FIR और गिरफ्तारी उनकी बड़ी राजनीतिक जीत मानी जा रही है जबकि भाजपा के डॉ रमन सिंह के शासन काल में भी ब्राह्मणों के बारे में बयान देने पर उनपर न तो कोई FIR हुई थी न ही उनकी गिरफ्तारी।
अब प्रदेश भाजपाध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नन्द कुमार बघेल के खिलाफ मंगलवार को हुई कारवाई को सामाजिक-धार्मिक सौहार्द के हित में बताया है जो एक तरह से मुख्यमंत्री के काम की प्रशंसा कही जा रही है जो भूपेश बघेल के लिए किसी तमगे से कम नहीं है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस ने इस कार्रवाई से उत्तरप्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं को भी साधने की कोशिश की है जो आजकल भाजपा से नाराज चल रहे हैं। कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह ब्राह्मणों की हितैषी है। एक समय देश के ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस के कट्टर समर्थक हुआ करते थे बाद में कांग्रेस से छिटककर भाजपा के पाले में चले गए।
वैसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में संभवतः यह पहला मौका है जब बेटे के शासनकाल में पिता की गिरफ्तारी हुई हो। इससे भूपेश बघेल की न्यायप्रियता, निष्पक्षता, कानून और संविधान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता मजबूत हुई है। भूपेश बघेल यह स्थापित करने में सफल रहे कि उनके सामने कानून सर्वोपरि है।
ब्राह्मणों के खिलाफ एक बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी इसके बाद उन्हें आज उत्तरप्रदेश के आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया। रायपुर न्यायालय में पेशी के दौरान उन्होंने जमानत लेने से इनकार कर दिया जिसके कारण कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए।
नंदकुमार बघेल सुर्खियों में तब आये थे जब उन्होंने एक पुस्तक लिखी थी जिसका नाम था ब्राह्मण कुमार रावण को मत मारो। उस समय प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री अजीत जोगी का शासन था। उस समय भी इस पुस्तक के कारण वे काफी चर्चा में आये थे और उनके खिलाफ उस समय भी ब्राह्मणों ने मोर्चा खोल दिया था लेकिन उनपर कार्रवाई तब हुई जब उनके बेटे भूपेश बघेल मुख्यमंत्री हैं।