मृत पिता के खाते से बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर लाखों रुपए निकाले

मृत पिता के खाते से बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर लाखों रुपए निकाले

August 20, 2021 0 By Central News Service

कोरिया 20 अगस्त 2021/ मृत एसईसीएल कर्मचारी के खाता से हो रहा था पैसा गायब मामले का खुलासा तब हुआ जब दिनांक 11जून को मृत एसईसीएल कर्मचारी का पुत्र प्रार्थी संजय दास पिता जगत दास उम्र 26 साल निवासी गेल्हा पानी थाना चिरमिरी का चौकी कोरिया में उपस्थित होकर एक लिखित शिकायत पत्र पेश किया कि प्रार्थी के स्वर्गीय पिता जगत दास के सेंट्रल बैंक के खाता से प्रार्थी के जानकारी के बगैर करीब ₹450000 किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा आहरित किया गया है।
प्रस्तुत आवेदन को संज्ञान में लेने पर आवेदक की शिकायत जांच पश्चात आवेदक के पिता के खाते से धोखाधड़ी कर रकम आहरण कर ना पाए जाने पर थाना चिरमिरी में अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण दर्ज कर अज्ञात आरोपी को पकड़ने हेतु पुलिस अधीक्षक कोरिया श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देशन एक विशेष टीम गठित कि गई। जिसमें थाना चिरमिरी, पुलिस चौकी कोरिया एवं साइबर सेल की टीम द्वारा उक्त मामले की पतासाजी की जाने लगी, काफी गहन अध्ययन करने के बाद साइबर सेल के द्वारा फर्जी ट्रांजैक्शन के सभी बिंदुओं को बारीकी से विश्लेषण किए जाने पर पाया गया कि ऑनलाइन ट्रांसेक्शन पेटीएम एप के माध्यम से दिनांक 30 जनवरी 2021 से 4 जून 2021 के मध्य ₹419800 भारतीय स्टेट बैंक के खाते में ट्रांसफर कर एटीएम के माध्यम से अंबिकापुर में निकाला गया है।


उपरोक्त अपराध की विवेचना के दौरान गठित विशेष टीम को अंबिकापुर रवाना किया गया, विशेष टीम द्वारा आरोपी के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश देकर आरोपियों को तलब कर पूछताछ किया गया। मृत एसईसीएल कर्मचारी की पुत्री महिला आरोपी शीला दास द्वारा अपने स्वर्गीय पिता जगत दास के उपरोक्त खाता से पेटीएम के माध्यम से अपने प्रेमी सूरज सिंह के साथ मिलकर आरोपी सूरज के भारतीय स्टेट बैंक के खाता में ट्रांसफर कर एटीएम से निकाल कर खर्च करना स्वीकार किया गया, आरोपी सूरज के द्वारा उक्त धोखाधड़ी के पैसे से 3 नग मोबाइल हैंडसेट एक नग सोने की अंगूठी 1 सेकंड हैंड यामाहा R15 मोटरसाइकिल को खरीदने एवं अपनी गिरवी रखी हुई टाटा माझा कार को छुड़ाने तथा शेष नगद पैसे से अपना कर्जा चुकाने में खर्च करना पाया गया।
आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया। साइबर अपराधी को पकड़ने में निरीक्षक अश्वनी सिंह, सहायक उप निरीक्षक राकेश शर्मा, प्रधान आरक्षक सुनील साहू, आरक्षक रमेश यादव, महिला आर. शुशीला एवं साइबर सेल कोरिया से सुरेंद्र गुप्ता, पुष्कल सिन्हा, प्रिंस राय, अरविंद कॉल का सराहनीय योगदान रहा।