किसे मिलेगी, कैसे लगेगी Pfizer की कोरोना वैक्सीन? जानें 4 अहम बातें
December 7, 2020Pfizer की कोरोना वायरस वैक्सीन ब्रिटेन में इस हफ्ते से 8 लाख लोगों को देना शुरू कर दिया जाएगा। भारत में भी इसके इमर्जेंसी में इस्तेमाल को मंजूरी के लिए आवेदन दे दिया गया है। इसके साथ ही इसे लेकर कई सवाल लोगों के मन में हैं। इसे कैसे दिया जाएगा और कब तक इसका असर जारी रहेगा? ब्रिटेन में अब तक के सबसे बड़े वैक्सिनेशन अभियान के लिए क्या तैयारी की गई है, यहां डालते हैं एक नजर-
Pfizer Coronavirus Vaccine: ब्रिटेन ने करीब 8 लाख लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने की तैयारी कर ली है। भारत में भी इसके इस्तेमाल के लिए मंजूरी को आवेदन दिया गया है।
Pfizer की कोरोना वायरस वैक्सीन ब्रिटेन में इस हफ्ते से 8 लाख लोगों को देना शुरू कर दिया जाएगा। भारत में भी इसके इमर्जेंसी में इस्तेमाल को मंजूरी के लिए आवेदन दे दिया गया है। इसके साथ ही इसे लेकर कई सवाल लोगों के मन में हैं। इसे कैसे दिया जाएगा और कब तक इसका असर जारी रहेगा? ब्रिटेन में अब तक के सबसे बड़े वैक्सिनेशन अभियान के लिए क्या तैयारी की गई है, यहां डालते हैं एक नजर-
कैसे दी जाएगी वैक्सीन?
वैक्सीन की खुराक इंजेक्शन के जरिए बांह के ऊपरी हिस्से में दी जाएगी। इसके 21 दिन बाद दूसरा शॉट दिया जाएगा। थोड़ी इम्यूनिटी पहली खुराक के 12 दिन बाद और पूरी तरह से दूसरी खुराक के 7 दिन बाद मिल सकेगी। अभी तक के अनैलेसिस में पता चला है कि वैक्सीन से 95% लोगों को कोविड-19 से बचाया जा सका है। वहीं बुजुर्गों में इसका असर 94% लोगों पर रहा है। इससे मिलने वाली इम्यूनिटी कम से कम 6 महीने या उससे ज्यादा भी रह सकती है।
किसे दी जाएगी वैक्सीन?
पहले चरण में ब्रिटेन में केयर होम में रहने वाले बुजुर्गों और कर्मियों, 80 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों, फ्रंटलाइन हेल्थ और सोशल केयर कार्यकर्ताओं, 75 साल या उससे ज्यादा, 65 साल या उससे ज्यादा, 16-64 साल की उम्र के लोगों जिन्हें इन्फेक्शन का ज्यादा खतरा हो, 60 साल या उससे ज्यादा, 55 साल या उससे ज्यादा की उम्र के लोगों और आखिर में जनवरी तक 50 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
वैक्सीन से कोई खतरा?
वैक्सीन के ट्रायल में इसका कोई गंभीर साइड-इफेक्ट नहीं पाया गया है। कुछ लोगों में बाहों में दर्द, बुखार या मांसपेशियों में दर्द देखा गया लेकिन यह ज्यादा चिंताजनक नहीं रहा। ब्रिटेन में मेडिसिन्स ऐंड हेल्थकेयर प्रॉडक्ट्स रेग्युलेटरी एजेंसी किसी भी तरह के गंभीर असर को मॉनिटर कर रही है। वहीं, वैक्सीन देने के 15 मिनट बाद लोगों को रुकना होगा ताकि किसी रिएक्शन को रजिस्टर किया जा सके।
क्या वैक्सीन होगी काफी?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेष दूत डॉ. डेविड नबारो का कहना है कि वैक्सीन सिर्फ अतिरिक्त नियंत्रण का तरीका है। यह कई महीनों या एक साल तक दूसरे तरीकों की जगह नहीं ले सकती। इसलिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई, मास्क पहनने और बीमार पड़ने पर आइसोलेट होने जैसे तरीकों का पालन करते रहना चाहिए।