मोदी सरकार खाद के दामों को कम करने में रहे नाकाम…

मोदी सरकार खाद के दामों को कम करने में रहे नाकाम…

May 23, 2021 0 By Central News Service

➡️ सरकारी सब्सिडी, किसानों को अल्पकालीन राहत है।सिद्धार्थ चन्द्रा

➡️ छत्तीसगढ़ किसान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महामंत्री ने मोदी सरकार द्वारा खाद के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मूल्य वृद्धि का बहाना बनाकर डीएपी 2400 रू प्रति बोरी को यथावत रखा है, हालांकि कांग्रेस के द्वारा लगातार इसका विरोध करने पर सरकार की सब्सिडी बढाकर 1200/ प्रति बोरी देने का निर्णय लिया है जो किसानों के लिए अभी राहत जरूर लग रहा है, पर आने वाले समय में खाद पर सब्सिडी धीरे धीरे खत्म कर किसानों के उपर बोझ लादने की तैयारी है, जिस तरह से रसोई गैस की सब्सिडी घटाया है। क्योंकि मोदी का लगातार किसान विरोधी फैसला इस देश के किसान देखते आ रहें है ,मोदी के रवैया से उन पर किसानों का विश्वास खत्म हो चुका है। डीएपी सहित खाद के दामों में अंतर्राष्ट्रीय मूल्य वृद्धि का हवाला देते डेढ गुना बढोतरी फिर सरकार का सब्सिडी बढाकर किसानों को राहत देने फिर धीरे धीरे सबसिडी खत्म कर बढे दाम पर खाद बेचने का षडयंत्र है। खाद के दामों पर अंकुश लगाने के बजाए एक बार फिर बड़े उद्योगपतियों को लाभ पंहुचाने कीमत को कम करने के बजाए सब्सिडी बढाकर सरकारी खजाने को खाली करना उचित समझा है।जबकि खादो के दाम में बढोतरी वापस लेना था और पुराने दामों पर किसानों को खाद उपलब्ध कराना था ।
सिद्धार्थ चन्द्रा ने कांग्रेस के साथियों व किसान भाईयों को धन्यवाद दिया है, जिसने खाद के दामों पर जबर्दस्त विरोध किया जिसके परिणामस्वरूप मोदी की सरकार किसानों को राहत देने मजबूर हुए, आगामी समय पर भी किसान हित व जनहित के लिए संघर्ष करते रहने का आव्हान किया है।