रेमडेसिविर इंजेक्शन ! कालाबाजारी के बाद अब भ्रष्टाचार ? JCCJ
April 23, 2021रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदी में श्वेत पत्र जारी करें सरकार –
महामहिम राज्यपाल संज्ञान लें , आपदा को अवसर बनाने वालों पर कार्यवाही करें।
रायपुर, छत्तीसगढ़, दिनांक 22 चार्ट 2021। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने कहा एक तरफ तो देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा कोरोना मामले में sou-moto स्वतः संज्ञान लेते हुए देश में राष्ट्रीय आपात की स्थिति निर्मित होना बताकर केंद्र सरकार को नोटिस जारी नेशनल प्लान बनाने का निर्देश देते हुए चिंता जताई है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में आपदा को ही अवसर बनाया जा रहा है, कोरोना मरीजों के लिए कारगर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के बाद अब उसके ख़रीदी में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
भगवानू नायक ने कहा छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा सीजीएमएससी के माध्यम से तमिलनाडु की कंपनी माइलान लेबोरेटरी, बेंगलोर से ₹ 1568 की दर से 90000 वायल रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदी की जारी है जबकि पहले टेंडर में इसी कंपनी के द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार को ₹ 726 प्रति वायल की दर कोट की थी और इसी इंजेक्शन को ₹ 595 + Gst प्रति वायल महाराष्ट्र सरकार को विक्रय करने का प्रस्ताव दिया था । इस प्रकार दूसरे टेंडर में छत्तीसगढ़ सरकार 726 रुपया के इंजेक्शन को 1568 रुपए अर्थात लगभग साढ़े सात करोड़ रुपया अधिक देकर खरीदी की जा रही है। जिसमें एक बड़ी कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
भगवानू नायक ने कहा एक तरफ तो छत्तीसगढ़ की सरकार कोरोना मामले में रुपये की कमी का रोना रोकर केंद्र सरकार से सहायता मांगती है। वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के जनता के खून पसीने की गाढ़ी कमाई में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार किया जा रहा है । इस पूरे मामले में सरकार को तत्काल श्वेत पत्र जारी कर लोगों को वास्तविक वस्तुस्थिति से अवगत कराना चाहिए।
भगवानू नायक ने कहा प्रदेश में कोरोना मरीजों की स्थिति बद से भी बदतर हो गई है उनके लिए ना तो बेड है ना वेंटिलेटर, ना दवाई है और ना ही इंजेक्शन , इतना ही नहीं कोरोना मृत मरीजों के अंतिम संस्कार भी विधि विधान से नहीं हो पा रहा है। इस संदर्भ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित जोगी ने पहले ही केंद्र सरकार से इस मामले में सीधे हस्तक्षेप कर मोर्चा संभालने की बात कही गई है। अतः छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम आदरणीया अनुसुईया उईके जी से आग्रह है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन ख़रीदी मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए वास्तविकता की जानकारी लें और आवश्यक कार्रवाई करें।