रंगपंचमी पर गोस्वामी समाज का वर्चुअल काव्य गोष्ठी

रंगपंचमी पर गोस्वामी समाज का वर्चुअल काव्य गोष्ठी

April 3, 2021 0 By Central News Service

माते हावय चारो कोती होरी के उमंग नोनी, रंग अउ गुलाल देख उत्ताधुर्रा मातत हे,-


छत्तीसगढ़ सनातन दशनाम गोस्वामी समाज की सामाजिक पत्रिका दत्तप्रकाश के तत्वावधान में रंग पंचमी के अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए राजनांदगांव की रानी गोस्वामी ने अपनी रचना इस तरह से पढ़ी “क्यों मुझे मैं बेटी हूं हर पल याद दिलाया जाता है “
धमतरी कुरूद के साहित्यकार पुष्कर गोस्वामी पूनम ने सामाजिक उत्थान व विकास पर बल देते हुए यूं कहा एक बानगी देखिए” तय करनी है बहुत चुनौतियां असली जश्न अभी बाकी है, जो है प्राप्त, वह तो थोड़ा है, नाकाफी है।’
कोलेगांव कबीरधाम के संजीव गोस्वामी अपनी रचना में युवाओं के पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “नष्ट हो रही संस्कृति, पनप रही विकृति,
पश्चिमी चकाचौंध की नकल बन रही प्रवृत्ति “
दूरदर्शन एवं आकाशवाणी कलाकार, गीतकार कवि चम्पेश्वर गिरि गोस्वामी रायपुर ने रंगोत्सव काव्य गोष्ठी को ऊंचाई प्रदान करने हेतु अपनी रचना इस तरह से प्रस्तुत की
“माते हावय चारो कोती, होरी के उमंग नोनी, रंग अउ गुलाल देख उत्ताधुर्रा मातत हे,
खुशी अमरावत हावय गांव गांव गली गली, लइका अउ सियान सब फाग गीत गावत हे…”
चंदखुरी मुंगेली की साहित्यकार शिखा गोस्वामी ने अजन्मे शिशु की पीड़ा को व्यक्त करते अपनी कविता पढ़ी “मां जब तू रोती है तो पीड़ा मुझे भी होती है, आंसू बहते तेरे हैं पर रूह मेरी रोती है”।
काव्य गोष्ठी का संचालन करते हुए दत्तप्रकाश के प्रधान संपादक व समाज के प्रांताध्यक्ष उमेश भारती गोस्वामी ने चुटीले अंदाज में गुदगुदाने का प्रयास किया, एक बानगी देखिए “मौज करें मस्ती करें जमकर खेलें होली,
ऐसा कोई रंग लगा दें जो दे हंसी ठिठोली,
ऊंच नीच का भेद मिटाकर समरस भाव जगा दें,
खुशी लुटा दें प्यार बांट दें भर दें सबकी झोली”
गोष्ठी में बिलासपुर के मुकेश गिरि, चंदली चन्द्रपुर के श्रीनाथ पुरी गोसाईं, धाराशिव जांजगीर के टंकेश्वर गिरि गोस्वामी ने भी अपनी रचनाएं पढ़ी। प्रांतीय संगठन सचिव पोखराज बन व उपाध्यक्ष विश्वनाथ पुरी गोसाईं ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि दत्तप्रकाश समाज की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने का निरन्तर प्रयास कर रहा है, आप अपनी लेखनी के माध्यम से परिवार व समाज का नाम रोशन करें। कार्यक्रम के संयोजक व पत्रिका के संपादक वीरेन्द्र रमन गिरि ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गोस्वामी समाज में प्रतिभाओं की कमी नहीं है और दत्तप्रकाश का का उद्देश्य उन प्रतिभाओं को मंच प्रदान आगे लाना है।
उक्ताशय की जानकारी पत्रिका के प्रवक्ता अरविन्द नितिन गोस्वामी ने दी।