महासमुंद डीएफओ की मनमानी…? पूर्व बोकरामुड़ा बीट के बीट गार्ड नीलकंठ दीवान के साथ डीएफओ का भाईचारा..

महासमुंद डीएफओ की मनमानी…? पूर्व बोकरामुड़ा बीट के बीट गार्ड नीलकंठ दीवान के साथ डीएफओ का भाईचारा..

March 5, 2024 0 By Central News Service

संपादक मनोज गोस्वामी

महासमुंद 05 मार्च 2024/ सामान्य वन मण्डल महासमुंद के वन परिक्षेत्र बागबाहरा पूर्व बोकरामुडा बीट में पदस्थ बीटगार्ड नीलकंठ दीवान को महासमुंद वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत द्वारा दिया जा रहा स्पेशल प्रोटेक्शन…?

 आखिर क्या कारण है कि...

 शासन के स्पष्ट निर्देश की अवहेलना करते हुए. महासमुंद वनमंडल अधिकारी द्वारा बीटगार्ड नीलकंठ दीवान को उनके कार्य क्षेत्र में निवास करने हेतु भेजना नहीं चाह रहे हैं. लगातार समाचार प्रकाशन के बावजूद भी इस मामले को संज्ञान में नहीं लेना अपने आप में एक प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. महासमुंद डीएफओ को केवल एक ही व्यक्ति के निजी जीवन की पड़ी हुई है , जिन्हें नियम के विरुद्ध जाकर संरक्षण प्रदान कर रहे हैं ,अपितु उनके विभाग में ऐसे बहुत सारे कर्मचारीगण है जो किसी न किसी समस्याओं से ग्रसित है ,किंतु समस्याओं से ग्रसित कर्मचारीगण आज अपनी जिंदगी मजबूरियों में जीने मजबूर हो गए हैं.

ऐसा लगता है कि डीएफओ पंकज राजपूत ,बीटगार्ड नीलकंठ दीवान को उनके निर्धारित बीटगार्ड आवास में इसलिए नहीं भेज रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने रेंजर पर विश्वास नही रह गया है । अभी मार्च क्लोजिंग का समय चल रहा है और ऐसे क्लोजिंग समय में केवल नीलकंठ दीवान जैसे अनुभवी हेराफेरी करने वाला ही बिना कार्य किए फर्जी तरीके से लोगों के बैंक अकाउंट से कलेक्शन कर, मनी ट्रांसफर कर, परसेंटेज देकर, करोड़ों रुपए की हेरा फेरी करने की जुगत में लगे हुए हैं। अग्नि सीजन चल रहा है ।

जंगल के जीव , जंतु , पेड़ , पौधे सभी अपनी सुरक्षा की बाट जोह रहे हैं और वनमंडलाधिकारी को शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने से फुरसत नही है ।
जब वन मंडल के जिला अधिकारी पंकज राजपूत से इस संबंध में चर्चा की गई तो उनके द्वारा गोल मोल जवाब दिया गया । DFO के द्वारा कहा गया कि बीटगार्ड क्वार्टर का रिपेयरिंग चल रहा है , जबकि वास्तविकता यह है कि पूर्व बोकरामुड़ा बीटगार्ड क्वार्टर की कोई मरम्मत नही चल रही , उसमे ताला जड़ा हुआ है । इससे DFO साहब की मंशा साफ झलकती है।


स्थानांतरण सूची में बार बार महासमुंद डीएफओ की लिस्टिंग होने बावजूद भी यथावत रहना कहीं न कहीं संदेहास्पद प्रतीत हो रहा है.


महासमुंद वन मंडल के इतिहास में डीएफओ पंकज राजपूत ऐसे प्रशासनिक अधिकारी है जों कि, एक समय मे एक ही पद पर 3 साल तक रहने की पात्रता को क्रॉस करते हुए महासमुंद के मैदान में टिके हुए हैं. सामान्य वन मंडल महासमुंद के समस्त वन परिक्षेत्रो में लगातार हो रहे अतिक्रमण, इमारती लकड़ियों की कटाई, कब्जाधारियों को बढ़ावा देना यह सब वन विभाग के जिलाधिकारी द्वारा खेला जा रहा है और ऐसे लोगों के हौसले दिन प्रतिदिन और भी बुलंद होते जा रहे हैं. किंतु डीएफओ साहब को लगता है कि, मेरा कोई क्या बिगाड़ लेगा.यहां तो जंगलराज चल रहा है ।