राष्ट्र निर्माण में गुरूओं की भूमिका अहम् – रामकुमार… खरोरा मिडिल स्कूल में गुरू पूर्णिमा उत्सव मनाया गया राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक रामकुमार साहू का सम्मान किया गया….
July 5, 2023
संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 05 जुलाई 2023/ “समाज और राष्ट्र के निर्माण में गुरुओं की भूमिका को अहम माना गया है, चाहे प्राचीनकालीन सभ्यता की बात करें या आधुनिक दौर की। कबीरदास जी ने यहां तक कह दिया कि
“सब धरती कागद करूं, लेखनी सब बनराय।
सात समुद्र की मसि करूं, गुरु गुण लिखा न जाय।”
अर्थात सारी धरती को कागज बना लें, जंगल की सारी लकड़ी से कलम बना लें, सातों समुद्र के जल को स्याही बना लें, फिर भी गुरु की महिमा लिखा नहीं जा सकता, अर्थात् गुरु की महिमा अनंत है।” उक्त उदगार थे पूर्व माध्यमिक शाला खरोरा में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के आसंदी से राज्यपाल पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक रामकुमार साहू के।
उन्होंने वेद और पुराणों के प्रेरक प्रसंग के माध्यम से कहा कि “गुरू कभी साधारण नहीं होता, प्रलय और निर्माण उसकी गोद में पलते हैं।” गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सरपंच सुनीता देवदत्त चन्द्राकर ने कहा कि “प्राचीन काल से ही पृथ्वी में गुरु का सर्वश्रेष्ठ योगदान रहा है गुरु अपने विद्यार्थियों के शिक्षा के लिए खुद तपस्या कर विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण, नैतिकतावान, ज्ञानवान, ऊर्जावान, क्षमतावान, बुद्धिमान, सर्वगुण संपन्न बनाने के लिए हमेशा नवीन ज्ञान अर्जित कर बच्चों को सिखाते रहते हैं।”।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान पाठक उमेश भारती गोस्वामी ने कहा कि महर्षि वेदव्यास जी को प्राचीन भारतीय ग्रंथों के अनुसार प्रथम गुरु का दर्जा प्राप्त है तभी तो गुरु पूर्णिमा वेदव्यास जी को समर्पित है। महर्षि व्यास जी ने वेदों, अठारह पुराणों और महाकाव्य महाभारत की रचना की थी।”
शिक्षक डोमार राम साहू ने कहा कि “शिक्षक अथवा गुरु ही समाज का दर्पण होता है। शिक्षक के कर्म उनके शिष्यों में परिलक्षित होता है। शिक्षक के उच्च नैतिक आदर्श समाज को बुलंदी के शिखर तक पहुंचा देता है।” शिक्षक दुबे कुमार पटेल ने आचार्य चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा “किस तरह उन्होंने चन्द्रगुप्त को सामान्य बालक से सम्राट बना दिया था।” इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा गुरु महिमा के गीत, दोहे, भाषण, नृत्य व प्रेरक प्रसंग की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा चंद्राकर, पालक समिति के मनीषा चन्द्राकर ने भी अपने विचार रखे। इस गरिमामय में कार्यक्रम में स्काउटिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाले राज्यपाल पुरस्कृत सेवानिवृत्त प्रधान पाठक रामकुमार साहू को संस्था की ओर से शाल, श्रीफल, कलम व भारत माता का फोटो भेंटकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षिका रामेश्वरी ध्रुव, मोना चंद्राकर, ओम शर्मा और बाल संसद का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन छात्रा प्रतिनिधि दीप्ति चन्द्राकर तथा आभार प्रदर्शन सांस्कृतिक प्रभारी रीना टंडन ने किया।
उक्ताशय की जानकारी संस्था की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में शिक्षक दुबे कुमार पटेल द्वारा दी गई।