भ्रष्टाचार कि सीमा चरम पर.. मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए – शेर सिंह यादव

भ्रष्टाचार कि सीमा चरम पर.. मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए – शेर सिंह यादव

June 7, 2023 0 By Central News Service

संपादक मनोज गोस्वामी

महासमुंद 07 जुन 2023/ भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए छत्तीसगढ़ में अनेक भ्रष्टाचार और घोटाले का पिटारा दिनों दिन खुलता ही जा रहा है. बात चाहे शराब घोटाले की हो, चावल घोटाले की हो, या फिर चाहे गोठान घोटाले की सभी घोटाले काफ़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। भ्रष्टाचार चरम सीमा में है. वही राज्य में धर्मान्तरण का खेल जोर से चल रहा है, तथा आपराधिक मामले तेजी से बढ़ रहे है।

प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए भाजपा मण्डल खल्लारी के युवा मोर्चा उपाध्यक्ष शेरसिंह यादव ने भूपेश बघेल की कड़ी निंदा करते हुए आगे बताया कि,भूपेश बघेल धान खरीदी पर बड़ी घोषणा कर राज्य के किसानो का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है, इधर प्रदेश के लाखो किसानो का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी क़ी राशि मिलना बंद हो गया है, किसान लगातार सरकारी दफ़्तर का चक्कर काटते काटते परेशान हो गए है, यह राशि राज्य सरकार रुकवा रही है. किसानो को समझ आ गया है कि, भूपेश सरकार किसानो से झूठा वायदा कर वोट पाकर फिर सत्ता पर कब्ज़ा करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि किसानो को यह भी भलीभांती जानकारी है कि, छत्तीसगढ़ कर्ज में डूबता जा रहा है. राज्य सरकार नरवा, गरुआ, घुरूआ, बाड़ी को अपना महत्वकांक्षी योजना बताकर कई करोड़ों रुपये का घोटाला किया है. भूपेश बघेल ने नरवा को कुछ नहीं किया. हमने कही भी ढंग से चेक डेम, स्टापडेम का निर्माण नहीं देखा. गरुआ का गौठान निर्माण अनेको पंचायतो में किया, लेकिन गौठान में ना जानवर है ना तो चारा है और ना ही पानी. बल्कि आज जानवर गाँव के चौक चौराहों तथा गलियों में लावारिस घूमते नजर आते है. योजना के शुरुआत में अनेको गौठान में चारा पानी के अभाव में जानवर की मृत्यु हों गए. गौ माता की इस प्रकार की मृत्यु का पाप निश्चित रूप से भूपेश बघेल को भोगना पड़ेगा. घुरूआ और बाड़ी का भी कुछ नहीं हुआ सिर्फ वाहवाही।

राज्य के दस लाख युवा बेरोजगारों को प्रति माह 2500 रूपये बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा भी फ्लॉप साबित हुई. इस प्रकार अनेक घोटाले और भ्रष्टाचार सामने आने पर भी भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर बैठे हुए है. उन्हें अब मुख्यमंत्री पद का इस्तीफा पत्र माननीय राज्यपाल को सौंप देना चाहिए, और छत्तीसगढ़ की भोलिभाली जनता को बेवकूफ बनाना छोड़ दे. इसी में भलाई है.।