सरेकेल में बनेगी पानी टंकी, खाद गोदाम का भी होगा निर्माण… संसदीय सचिव ने किया निर्माण कार्यों के लिए भूमिपूजन…

सरेकेल में बनेगी पानी टंकी, खाद गोदाम का भी होगा निर्माण… संसदीय सचिव ने किया निर्माण कार्यों के लिए भूमिपूजन…

December 24, 2022 0 By Central News Service


महासमुंद 24 दिसंबर 2022/ ग्राम सरेकेल मे पानी टंकी व पाइपलाइन विस्तारीकरण के साथ ही सोसाइटी में खाद गोदाम का निर्माण कराया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने निर्माण कार्यों के लिए भूमिपूजन किया। गोदाम बनने से किसानों को फायदा होगा वहीं पानी टंकी निर्माण से पेयजल की समस्या से मुक्ति मिलेगी।


शुक्रवार को ग्राम सरेकेल में पानी टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तारीकरण तथा खाद गोदाम निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अध्यक्षता कृषि उपज मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे ने की। विशेष अतिथि के रूप में जनपद पंचायत अध्यक्ष यतेंद्र साहू, जोन प्रभारी लमकेश्वर साहू, रामजी ध्रुव, जनपद सदस्य आरीन भागीरथी चंद्राकर, कमलेश ध्रुव, सीटू सलूजा, कमलेश चंद्राकर, आलोक नायक मौजूद थे। ग्राम सरेकेल पहुंचने पर ग्रामीणों ने संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पूजा-अर्चना पश्चात मुख्य अतिथि संसदीय सचिव चंद्राकर ने पानी टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तारीकरण तथा खाद गोदाम निर्माण के लिए भूमिपूजन किया।

अपने संबोधन में संसदीय सचिव चंद्राकर जी ने कहा कि यहां काफी अर्से से पानी टंकी निर्माण व खाद गोदाम की आवश्यकता थी। इस दिशा में ग्रामीणों ने ध्यानाकर्षित कराया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए पानी टंकी निर्माण व पाइपलाइन विस्तारीकरण तथा खाद गोदाम निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कराई गई। जल्द ही पानी टंकी निर्माण के साथ ही पाइपलाइन विस्तारीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। निर्माण कार्य पूरा होने से गांव में हर घर साफ पानी पहुंचने लगेगा। इसी तरह खाद गोदाम निर्माण होने से किसानों को लाभ मिलेगा।

संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार ने किसानों और मजदूरों के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं लागू की गई है। इस बार धान की खरीदी 2640 रुपए में की जा रही है। किसानों के अलावा भूमिहीन मजदूरों को वर्ष में 7000 रुपए दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही किसानों की कर्जमाफी, लम्बे समय बकाया सिंचाई कर माफ करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की पहल शुरू की गई। इससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की किसान हितैषी नीतियां और कार्यक्रम की वजह से कोरोना संकट काल में जहां देश में आर्थिक मंदी रही, वहीं छत्तीसगढ़ में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ विकास कार्य कराए जा रहे हैं। चार साल के कार्यकाल में सिंचाई, शिक्षा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य के साथ ही सभी क्षेत्रों में चहुंमुखी विकास कराया गया है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप खोम सिन्हा, गंगाराम पटेल, हेमंत साहू, हेमसागर पटेल, रेवती रमन पटेल, जगत देवदास, सोनू राज, विजय कोसरिया, मोहन ध्रुव, होरीलाल दीवान, मानिक साहू, दिलीप जैन, केशव चौधरी, लखन ध्रुव, मनबोध ध्रुव, हेमलाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।