गाडगे किसी एक समाज के नहीं, पूरे देश की प्रेरणा क्योंकि संत सबके होते हैं: सत्यनारायण
February 24, 2021गाडगे किसी एक समाज के नहीं, पूरे देश की
प्रेरणा क्योंकि संत सबके होते हैं: सत्यनारायण
- दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में संज गाडगे जयंती महोत्सव, प्रदेशभर से शामिल हुआ धोबी समाज
रायपुर। संत गाडगे की जयंती मंगलवार को मनाई गई। इस अवसर पर कन्नौजे धोबी समाज ने पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में भव्य महोत्सव का आयोजन किया। प्रदेशभर से हजारों समाजजनों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री व रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि गाडगेजी ने स्वच्छता और मानवसेवा के क्षेत्र में इतने उल्लेखनीय कार्य किए कि उन्हें संत की उपाधि से नवाजा गया। वे पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत हैं, क्योकि वे संत हैं और संत किसी एक समाज के नहीं बल्कि सबके होते हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में उनके दिए योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता। यही वजह है कि जिस महाराष्ट्र में गाडगेजी का जन्म हुआ था, वहां उनकी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश रहता है। उन्होंने समाज के सिरपुर में सामाजिक महाधिवेशन से जुड़ी एक याद साझा करते हुए कहा, सालों पहले मैं आपके महाधिवेशन में आया था। तब आपने मंच बनाने की मांग की थी और उसे स्वीकृत भी कर लिया गया था। मैं और पूरी सरकार आज भी आपके साथ है। समाज को किसी भी तरह की जरूरत पड़े, मैं आश्वासन देता हूं कि सरकार उसे जरूर पूरा करेगी। निगम सभापति प्रमोद दुबे भी बतौर विशेष अतिथि शामिल हुए। सामाजिक एकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि समाज जब एक हो जाता, उसे विकास करने से कोई रोक नहीं सकता। आज राजधानी में इतनी बड़ी संख्या में समाजजनों को एकत्रित हुआ देखकर मैं काफी खुश हूं। वहीं, विशेष अतिथि शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे ने अपने उद्बोधन में शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि धोबी समाज में प्रतिभा की कमी नहीं है। बच्चों को खूब पढ़ाएं। उनकी अच्छी तरह परवरिश करें। इस दौरान संतोष कन्नौजे, रितेश कन्नौजे, रविशंकर कन्नौजे, जितेंद्र कन्नौजे, संतोष सोनवानी, जित्तू कन्नौजे, हिमांशु कन्नौजे, नागेन्द्र कन्नौजे, मनीष कन्नौजे, कामेश कन्नौजे, आगेश्वर कन्नौजे, लोकेश कन्नौजे, अविरल कन्नौजे आदि मौजूद रहे।
सम्मेलन में 150 युवक
युवतियों ने दिया परिचय
कार्यक्रम संयोजक बंशी कन्नौजे ने बताया, इस अवसर पर समाज ने युवक-युवती परिचय सम्मेलन का भी आयोजन किया। प्रदेशभर से 200 से अधिक युवक-युवतियों ने इसमें शिरकत की। मंच पर युवाओं ने अपनी पसंद-नापंसद बताई। ज्यादातर युवतियों ने कहा कि उन्हें शराब नहीं पीने और घर-परिवार को सम्मान देने वाला पति चाहिए। वहीं युवकों ने भी संस्कारी और शिक्षित जीवनसाथी को अपनी प्राथमिकता बताया। समाज ने तय किया है कि जिन जोड़ों के बीच रिश्ता पक्का हो जाएगा, उनका विवाह कराने जल्द ही सामूहिक आदर्श विवाह का आयोजन भी किया जाएगा।
150 कोरोना वॉरियर्स और प्रतिभावान
छात्र-छात्राओं का किया गया सम्मान
कोरोनाकाल में देश, समाज और जरूरतमंद लोगों की सेवा करने वाले 150 कोरोना वॉरियर्स और प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को शॉल-श्रीफल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए जिसमें समाज के युवक-युवतियों ने लोकगीतों और लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ यह कार्यक्रम करीब रात 8 बजे तक चला। देर होने की वजह से जो समाजजन घर नहीं जा पाए, उनके रायपुर में रूकने की व्यवस्था भी की गई थी।