छत्तीसगढ़ में DA व HRA में हुआ है घोटाला 50 हजार करोड़ दबाकर बैठ गए CM.. जनसंपर्क विभाग अधिकारी का मैसेज वायरल…

छत्तीसगढ़ में DA व HRA में हुआ है घोटाला 50 हजार करोड़ दबाकर बैठ गए CM.. जनसंपर्क विभाग अधिकारी का मैसेज वायरल…

September 4, 2022 0 By Central News Service

रायपुर 04 सितंबर 2022/ छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा DA व HRA घोटाला हुआ है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि छत्तीसगढ़ के जनसंपर्क विभाग के एक अफसर का मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज के वायरल होने के बाद जनसंपर्क विभाग के अफसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी है। सरकारी अफसरों के बीच भी यह वायरल मैसेज चर्चा का विषय बना हुआ है।बता दें इन दिनों छत्तीसगढ़ में DA व HRA का मुद्दा छाया हुआ है। सरकारी कर्मचारी व अधिकारी DA व HRA बढ़ाने के लिए सरकारी कर्मचारी व अधिकारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर थे। हड़ताली कर्मचारी व अधिकारी व कर्मचारी DA व HRA बढ़ाने पर अड़े हुए रहें और सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी काम पर नहीं लौट रहे थे। इस मुद्दे पर संगठनों की गुरुवार को राजधानी में बैठक भी हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है।लेकिन शुक्रवार को मंत्री रविंद्र चौबे की पहल से दो तारीख को हड़ताल स्थगित कर दी गई हैं।

इधर वायरल मैसेज से मचा हड़कंप

इस बीच DA व HRA घोटाले को लेकर किया गया मैसेज काफी वायरल हो रहा है। इस मैसेज को वाट्स्टेसएप स्टेटस बताया जा रहा है। वायरल वाट्सएप स्टेटस में कमल मेहर का नाम और मोबाइल नंबर है। कमल मेहर छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग के अफसर हैं। वायरल मैसेज में लिखा गया है कि “छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा DA व HRA घोटाला, सरकारी कर्मचारी कर्मचारियों का 5000 हजार करोड़ रुपए दबाकर बैठ गई भूपेश सरकार। कर्मचारियों का पैसा आखिर जा कहां रहा है।“

कार्रवाई की उठने लगी मांग

जनसंपर्क विभाग के अफसर का मैसेज वायरल होने के बाद अब उक्त कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठने लगी है। इनका वाट्सएप स्टेटस का स्क्रीन शॉट शेयर कर कहा जा रहा है कि यह जनसंपर्क विभाग छत्तीसगढ़ शासन के रायपुर में पदस्थ वरिष्ठ बाबू हैं। एक सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद इन्होंने सरकार व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर गम्भीर आरोप लगाया है। निश्चय ही इस कर्मचारी पर सिविल सेवा आचरण 1965 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। यह पहली बार है कि किसी जनसंपर्क विभाग के कर्मचारी द्वारा सरकार पर गंभीर आरोप लगाया गया है।

मैसेज फेंक है… मुझे नही पता

इस संबंध में जनसंपर्क विभाग के उक्त अधिकारी कमल मेहर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मैसेज फेक है। कमल मेहर ने कहा कि किसी ने जानबूझ कर मुझे बदनाम करने के लिए इस तरह की चाल चली है। इस मामले में जांच कराई जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी मैसेज मैने अपने स्टेटस पर नहीं रखा और न ही किसी को भेजा।