कृमिनाशक दवा खिलाने के लिए हुआ प्रशिक्षण बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है कृमिनाशक दवा
September 4, 2022
रायपुर, 3 सितंबर 2022, बच्चों को कृमि के खतरे से बचाने के लिये कल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में कृमिनाशक दवा खिलाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। तीन पालियों में आयोजित इस प्रशिक्षण में प्रथम पाली में शहरी क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों, द्वितीय पाली में हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों तथा तृतीय पाली में निजी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। नेशनल डीवर्मिंग डे (एनडीडी) के नोडल अधिकारी डॉ.प्रणव वर्मा एवं एनडीडी के प्रभारी गजेन्द्र डोंगरे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया जिसमें एल्बेंडाजोल (कृमिनाशक दवा) खिलाने की विधि के बारे में जानकारी दी गयी ।
सितंबर 9 से शुरू होने वाले इस अभियान के दौरान एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी जिसका क्रियान्वयन शिक्षा विभाग एवं आईसीडीएस विभाग के समन्वय से किया जाएगा। साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवा मैनेजमेंट, रिपोर्टिंग फॉर्मेट, आईईसी सामग्री का सहयोग होगा।
इस सम्बन्ध में एनडीडी प्रभारी गजेन्द्र डोंगरे ने बताया: “बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कृमि नाशक दवा जरूरी है। एल्बेंडाजोल एक कृमि (पेट के कीड़े) नाशक दवा है जिसको लेने से बच्चों के पेट के कीड़े ख़त्म हो जाते हैं। एक से 2 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली पीसकर पानी में घोल कर दी जाती है जबकि 2 वर्ष से 3 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पीसकर दी जाती है। वहीं 3 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चो व किशोर किशोरियों को यह टेबलेट चबाकर खानी होती है।‘’
इस मौके पर एनडीडी नोडल अधिकारी डॉक्टर प्रणव वर्मा ने शिक्षकों से कहा: “दवा सेवन से पहले थोड़ा बहुत खाना जरूर खाने की सलाह दी जाती है। 9 सितंबर को समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1 से 5 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चे, गैर पंजीकृत बच्चे और शाला त्यागी ( स्कूल ना जाने वाले )सभी बालक बालिकाओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दवा खिलाई जाएगी। वहीं 6 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी छात्र छात्राओं को सरकारी ,सरकारी सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूल , मदरसों, केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों के माध्यम से दवा खिलाई जाएगी।“
उन्होंने आगे कहा: “कार्यक्रम के दिन दवा खाने से छूटे हुए बच्चों के लिए 14 सितंबर को माप अप राउंड दिवस के दिन दवा खिलायी जायेगी। समस्त मितानिन 6 से 19 वर्ष तक के स्कूल में जाने वाले बच्चों की सूची बनाकर आंगनवाड़ी केंद्रों को दवा खिलाने में सहयोग प्रदान करेंगी। इस बार रायपुर मे 9 लाख से अधिक बच्चों एवं किशोर किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।“