छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ द्वारा प्रदेश के कई स्थानों में किया चक्काजाम
February 6, 2021अनेक संगठनों और महिला किसानों के साथ सड़कों पर बैठे किसान
काले कानून वापस लो के नारों से गूंजा राजमार्ग
आज राष्ट्रीय स्तर पर 500 से अधिक किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान विरोधी 3 काले कानून को रद्द करने की मांग को लेकर 6 फरवरी को प्रदेश के दो दर्जन से अधिक स्थानों में चक्काजाम किया गया ।
छत्तीसगढ़ में चक्काजाम को सफल करने प्रदेश के 30 से अधिक संगठनों द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ किसान मज़दूर महासंघ की मुख्य भूमिका रही जिसे कांग्रेस, वामपंथी दलों सहित अनेक सामाजिक संगठनों का समर्थन मिला ।
सभी स्थानो ओर चक्काजाम शांतिपूर्ण रहा,कही से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली ।
किसान महासंघ से जुड़े 30 से अधिक संगठनों ने अलग अलग स्थान पर सामूहिक एकता का प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून का जमकर विरोध प्रदर्शन किया ।
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में किसी एक स्थान पर फोकस करते हुए दर्जनों गांवो के किसानों ने एकता का परिचय दिया ।
इसके तहत रायपुर जिला में रसनी (आरंग), बालोद जिला में दल्ली राजहरा, धमतरी, मुंगेली, जांजगीर, बिलासपुर, पटेवा महासमुंद, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव, कोरबा, अम्बिकापुर आदि स्थानों में चक्काजाम किया गया जिसमें हजारों किसानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई ।
रसनी टोल प्लाजा के निकट लगी वाहनों की लंबी लाइन
रायपुर जिले में रसनी टोल प्लाजा के पास दर्जनों गांवों के किसानों के साथ रायपुर के सामाजिक संगठनों ने राजमार्ग क्रमांक 53 पर धरना दिया । इस दौरान प्रशासन ने भारी वाहनों का मार्ग दोनों ओर से डाइवर्ट कर दिया इसके बावजूद वाहनों की लंबी कतार लगी । यहां पर 12 3 घण्टे तक लगे धरना का नेतृत्व किसान महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य द्वारिका साहू, रूपन चन्द्राकर, पारसनाथ साहू, तेजराम विद्रोही, गजेंद्र सिंह कोशले, जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, वतन चन्द्राकर, श्रवण चन्द्राकर आदि ने किया ।
चक्काजाम में रायपुर से पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडे,नदी घाटी मोर्चा के गौतम बंद्योपाध्याय, छग कृषक बिरादरी के डॉ संकेत ठाकुर, बालोदाबाज़ार जिला पंचायत के सभापति राजू शर्मा, पार्क के उमा प्रकाश ओझा, लीड फाउंडेशन के पवन सक्सेना, प्रेरणा समिति के हरप्रीत जुनेजा, पवन चन्द्राकर, अधीर भगवनानी, रवि, सहित अनेक नागरिक किसानों को समर्थन देने उपस्थित थे । यही नहीं छत्तीसगढ़ सिख संगत से लगभग 100 कार्यकर्ता किसानों के आंदोलन को समर्थन देने रसनी पहुंचे और टाटीबंध गुरुद्वारा समिति की ओर से किसानो के लिये लंगर की व्यवस्था की गई । जिसमें सुख देव सिंद्धु, अमरीक सिंह, रिंकू रंधावा आदि ने मुख्य भूमिका निभाई ।
रसनी टोल प्लाजा के पास सुबह से ही सैकड़ों किसान प्रदर्शन में उपस्थिति देने पहुंच गए थे । आज के प्रदर्शन में मुख्य रूप से गोविंद चन्द्राकर फरफोद, भूषण साहू डिगहरी, कैलाश वर्मा नारा, थानसिंह साहू संडी,खम्हन बंजारे भानसोज, धन्नाजी चन्द्राकर ख़ौली, हिरेश चन्द्राकर ख़ौली, यादराम साहू, अवधराम साहू बनरसी, निर्मला साहू बैहार, नन्द कुमार साहू, शीत चन्द्राकर, झनक राम आंवड़े, कोमल साहू गनोद, खिलेश देवांगन कोरसी, के के चन्द्राकर आदि उपस्थित रहे ।
धमतरी में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से संबद्ध संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय किसान मोर्चा एवं राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच की ओर से अधिवक्ता शत्रुघन साहू, सुनील चन्द्राकर, टिकेश्वर साहू, भुनेश्वर साहू, दिग्विजय सिंह ने चक्काजाम का नेतृत्व किया ।
मुंगेली ने महासंघ से सम्बद्ध भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति), प्रगतिशील किसान महामंच लोरमी के राकेश तिवारी, दौलत सिंह ठाकुर, रघुराज सिंह, शोभाराम कश्यप ने चक्काजाम का नेतृत्व किया ।
जांजगीर में ब्यास कश्यप,राघवेंद्र सिंह चंदेल, संदीप तिवारी के नेतृत्व में , दल्ली राजहरा में जनकलाल ठाकुर, नवाब जिलानी, गेंद सिंह ठाकुर में नेतृत्व में चक्काजाम हुआ ।
रायगढ़ में राष्ट्रीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की रायगढ़ जिला इकाई द्वारा किया गया । में चक्काजाम बेहद सफल रहा जिसका नेतृत्व बालक राम पटेल, लल्लू सिंह, सोहन पटेल आदि ने किया ।
किसान नेताओं फिर से दोहराया कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार के नाम पर लाए गए 3 कृषि व आम जनता विरोधी बिल की वापसी एवं फसलों के एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर पंजाब हरियाणा व देश के प्रत्येक हिस्से से तीन काले कानून के विरोध में किसान आंदोलनरत हैं । लेकिन अब यह आंदोलन पूरे देश में फैल गया है । किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को भाजपा द्वारा सुनियोजित ढंग से बदनाम किया जा रहा है । किसानों को आतंकवादी, नक्सली, आदि बताकर अन्नदाता को अपमानित किया जा रहा है ।