स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. भारतीदासन ने शिक्षा का स्तर परखने विद्यार्थियों की क्लास ली पढ़या गणित और विज्ञान

स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. भारतीदासन ने शिक्षा का स्तर परखने विद्यार्थियों की क्लास ली पढ़या गणित और विज्ञान

July 15, 2022 0 By Central News Service

विलंब से स्कूल पहुंचने वाले 10 कर्मियों का वेतन काटने का आदेश

स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. भारतीदासन ने शिक्षा का स्तर परखने विद्यार्थियों की क्लास ली पढ़या गणित और विज्ञान

रायपुर, 15 जुलाई 2022/स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की स्थिति का जायजा लेने आकस्मिक रूप से मंदिर हसौद हायर सेकेण्डरी स्कूल पहुंचे शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता एवं प्रबंधन की खामियों के चलते गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने शाला संचालन की अव्यवस्था के लिए शाला प्राचार्य की दो वेतन वृद्धि तथा व्याख्याता की एक वेतन वृद्धि तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान समय पर ड्यूटी पर न आने के मामले में हायर सेकेण्डरी स्कूल मंदिर हसौद के 10 कर्मियों जिसमें 7 शिक्षक, एक लिपिक, 2 भृत्य शामिल हैं, का आधे दिन का वेतन काटने की कार्रवाई भी की गई है।

गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. भारतीदासन स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता एवं शैक्षिक व्यवस्था का जायजा लेने औचक रूप से शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल मंदिर हसौद और शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल परसदा पहुंचे थे। हायर सेकेण्डरी स्कूल मंदिर हसौद में शैक्षिक एवं प्रबंधन संबंधी अव्यवस्थाओं को देखकर उन्होंने शाला प्राचार्य श्रीमती प्रेमशिला एक्का को कड़ी फटकार लगाई और शासन के नियम-निर्देशों के अनुसार शाला में शैक्षिक गतिविधियों के संचालन में बरती जा रही लापरवाही चलते उनकी दो वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं। शाला में शासन द्वारा प्रदत्त निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का बच्चों को वितरण न कराकर शाला में डम्प रखने के मामलों को लेकर उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार एल.बी. व्याख्याता श्रीमती भुवनेश्वरी यादव से भी जवाब-तलब किया और उसकी एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए। निरीक्षण के दौरान स्कूल में समय पर न होने वाले जिन 10 कर्मियों की आधे दिन की वेतन काटने की कार्रवाई की गई है, उनमें श्रीमती प्रमिला वर्मा, श्री एस.के. वर्मा, श्रीमती माला रानी मिश्रा, श्रीमती स्मृति सिंह, श्रीमती मेघा कुसर, श्रीमत हेमलता दीवान, श्री ओंकेश्वर सोनवारी, श्रीमती संगीता ढीढी, श्री हरिराम धृतलहरे और श्री भूपेन्द्र कुमार शामिल हैं।

स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने अपनी मौजूदगी में ही बच्चों को स्कूल में डम्प पाठ्य पुस्तकों को वितरण कराने के साथ ही स्कूल में दाखिला लेने पालकों के साथ पहुंचे बच्चों को शाला प्रवेश कराया। सचिव डॉ. भारतीदासन ने इस दौरान बच्चों के ज्ञान का स्तर परखने के लिए गणित और विज्ञान की कक्षाएं भी ली। विद्यार्थियों से सवाल पूछे और अध्ययन संबंधी उनकी शंकाओं का भी समाधान किया। शिक्षा सचिव ने बच्चों को खूब मन लगाकर पढ़ाई करने तथा मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रशासनिक क्षेत्र में कैरियर बनाने के टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए लगन और मेहनत जरूरी है, सफलता का कोई शार्ट कट रास्ता नहीं होता। वर्तमान दौर प्रतियोगिता का दौर है, इसमें सफल होने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ पढ़ाई और निरंतर अभ्यास जरूरी है। शिक्षा सचिव ने इस दौरान स्कूल की लैब और स्मार्ट क्लास का मुआयना भी किया और बच्चों को अध्यापन के साथ-साथ नियमित रूप से प्रायोगिक कार्य भी कराए जाने की हिदायत दी।

इसके पश्चात हायर सेकेण्डरी स्कूल परसदा पहुंचे स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने वहां अध्ययन-अध्यापन की स्थिति का मुआयना किया। उन्होंने प्राचार्य को शाला प्रबंधन के साथ-साथ क्लास लेने, शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान देने तथा विद्यार्थियों के सिखने-समझने के स्तर का नियमित मूल्यांकन के भी निर्देश दिए। शिक्षा सचिव ने परसदा स्कूल परिसर की स्वच्छता को लेकर प्रसन्नता जताई और इसके लिए शिक्षकों और बच्चों की स्वच्छता के प्रति जागरूकता की सराहना की।
[7/15, 8:59 PM] +91 99939 42161: देश में छत्तीसगढ़ मॉडल सफल, प्रदेश में बेरोजगारी की दर हुई न्यूनतम – मुख्यमंत्री श्री बघेल

मुख्यमंत्री ने ‘‘आमा पान के पतरी’’ छत्तीसगढ़ी गीत गाकर कार्यक्रम में बांधा समां

मुख्यमंत्री ‘महासंवाद’ कार्यक्रम में हुए शामिल

रायपुर, 15 जुलाई 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ गीत ’’आमा पान के पतरी, कलेरा पान के दोना’’ गीत गाकर समां बांधा। वाक्या एक निजी चैनल हिन्दी खबर में आयोजित महा संवाद कार्यक्रम का था। जब मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ी गीत गाने का आग्रह किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध लोक गायक श्री दिलीप षडंगी को देखा और कहा जब इतने अच्छे कलाकार खुद मंच में हों, तो इससे अच्छी बात क्या होगी। मुख्यमंत्री ने श्री षडंगी को माइक देने के लिए कहा और उनके साथ खुद भी छत्तीसगढ़ी गीत के लाइनें गायी।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि देश में छत्तीसगढ़ मॉडल सफल है। हम आम लोगों को सशक्त बनाने का काम कर रहे हैं। हम वह काम कर रहे हैं, जिससे आम जनता के जेब में पैसा आये और उनकी आय बढ़े। हम लोगों के हाथ में काम दे रहे हैं। इन्हीं सब प्रयासों के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर न्यूनतम है। हम अपनी प्राचीन संस्कृति के संवर्धन और विकास के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। हमने आकर्षक छत्तीसगढ़ी फिल्म नीति बनाई। स्थानीय कलाकारों को काम मिला। अब यहां के मल्टीप्लेक्स और बड़े सिनेमाघरों में छत्तीसगढ़ी फिल्म दिखाई जा रही है और बड़ी संख्या में देखने भी आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की। छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने गोबर खरीदी की। अब गोमूत्र की भी खरीदी करने जा रहे हैं। इससे बड़ा फायदा यह हुआ कि किसानों और पशुपालकों की आय में वृद्धि हुई है। साथ ही सड़क में घूमने वाले मवेशियों पर रोक लगी है। लोग पशुओं को अपने घरों में या गौठानों में बांध कर रखने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नक्सल समस्या के समाधान के लिए ठोस प्रयास कर रहे हैं। नक्सली घटनाओं में कमी आ रही है। हमने इसके लिए ‘विश्वास, विकास और सुरक्षा’ की नीति अपनायी। आदिवासी समाज जल, जंगल जमीन से जुड़ा है। हमने आदिवासी समाज को विश्वास में लेकर काम करना शुरू किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही हमने सबसे पहले लोहाण्डीगुड़ा के किसानों की जमीन वापसी की। सुरक्षाबलों से कहा कि – जहां कैम्प हैं, वहां आसपास के ग्रामीणों से मिले, उन्हें विश्वास में लेकर कार्य करें। जो कैम्प में सुरक्षाबलों के लिए चिकित्सक हैं, वे आसपास के गांव के निवासियों का इलाज करें। धीरे-धीरे वहां के लोगों का सम्पर्क बढ़ा और उनका विश्वास भी बढ़ा। हमारी सरकार द्वारा व्यक्तिगत और सामुदायिक वनाधिकार पट्टा का वितरण किया जा रहा है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक राशि में भी वृद्धि की है। 65 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी की जा रही है इससे आदिवासियों की आय में वृद्धि हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरे देश में लॉकडाउन के हालात थे, तब हमने गरीबों, श्रमिकों के कल्याण के लिए कार्य किया। उद्योगपतियों से बात कर श्रमिकों को काम दिलाया। छत्तीसगढ़ पहला राज्य था, जिसमें गरीबों को 3 महीने का मुफ्त राशन दिया और राज्य सरकार की योजनाओं से लोगों को रोजगार मिला और उनकी आय बढ़ी। इस अवधि में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के निवासियों ने वाहनों की खरीदी की। छत्तीसगढ़ शासन की नवाचारी नीतियों को देश के अन्य राज्य भी अपना रहे हैं। नीति आयोग ने भी छत्तीसगढ़ में संचालित नवाचारी योजनाओं और कार्यक्रमों की तारीफ की है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल को टीवी चैनल के प्रधान संपादक श्री अतुल अग्रवाल ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।