वाणिज्य विभाग में 10 दिवसीय सेमिनार का आयोजन.. वाणिज्य और व्यापार सभी क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान ..
June 8, 2022
महासमुंद 08 जुन 2022/ प्राचार्य डॉ ज्योति पाण्डेय के निर्देशानुसार शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद मे आइक्यूएसी और वाणिज्य संकाय के संयुक्त तत्वाधान में दस दिवसीय मूल्य संवर्धित कोर्स (वेल्यू एडेड कोर्स) का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 50 विद्यार्थियों को पंजीकृत किया गया है । दिनांक 7 जून 2022 से 17 जून 2022 तक वाणिज्य संकाय में कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग एवं टैक्स मैनेजमेंट विषय पर आधारित प्रशिक्षण सेमिनार का प्रभारी प्राचार्य डॉ ई.पी.चेलक, कला संकाय प्रमुख एवं प्राध्यापक डॉ अनुसुईया अग्रवाल, वाणिज्य संकाय प्रमुख अजय कुमार राजा, रिसोर्स पर्सनल एस पॉल, डॉ रीता पांडे, डॉ नीलम अग्रवाल, डॉ रमाकांत अग्रवाल, मनीराम धीवर, डॉ बैशाली गौतम हिरवे , अजय देवांगन, दिलीप कुमार बढ़ाई, सुश्री प्रियंका चक्रधारी एवं वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक एवं 50 पंजीकृत छात्र छात्राओं की उपस्थिति में मां सरस्वती की प्रतिमा की पूजा अर्चना के साथ शुभारंभ हुआ ।
स्वागत उदबोधन वाणिज्य विभागाध्यक्ष अजय कुमार राजा के द्वारा प्रस्तुत करते हुए कहा गया है कि वाणिज्य और व्यापार सभी क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं । उन्होंने वाणिज्य की प्राचीन कार्यप्रणाली से नवीनतम कार्यप्रणाली तक की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि सेमिनार में जो सिखाया जाए उसे अपने जीवन में अपनाएं और रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़े । डॉ ई पी चेलक प्रभारी प्राचार्य ने रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता को वाणिज्य एवं व्यापार के द्वारा किस प्रकार से पूरा किया जा सकता है उसका संक्षिप्त व्याख्या देते हुए विद्यार्थियों को नई उर्जा से काम करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि वर्तमान पाठ्यक्रम में रिसर्च आधारित अध्यापन की महत्ता बहुत अधिक बढ़ गई है अतः प्रत्येक क्षेत्र में नवीनता के साथ कार्य करना आवश्यक है ।
डॉ अनुसुईया अग्रवाल प्राध्यापक हिंदी ने कहा कि वैल्यू ऐडेड कोर्स अतिरिक्त ज्ञान में वृद्धि करता है अतः गंभीरता पूर्वक कोर्स पूरा करें। साहित्य और वाणिज्य के तालमेल को सुंदर कविता के माध्यम बताते हुए उन्होंने वर्तमान परिवेश की आवश्यकता पर जोर देते हुये कहा कि विद्यार्थियों को सदैव नवीनतम प्रयास करना चाहिए ।
डॉ नीलम अग्रवाल विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र ने कहा कि केवल सैद्धान्तिक शिक्षा ही हासिल नहीं करनी चाहिए बल्कि व्यावहारिक शिक्षा ज्ञान करना आवश्यक है। नेक की जानकारी देते हुए उन्होंने उत्तरोत्तर ज्ञान में वृद्धि के लिए छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया और कहां की अपने नॉलेज को बढ़ाते हुए एकाउंट और टैक्स की नवीनतम जानकारी प्राप्त करना चाहिए। श्री मनीराम धीवर आइक्यूएसी प्रभारी ने कहा कि यह कोर्स शॉर्ट टर्म कोर्स है जोकि बियोंड करिकुलम और नेक पर आधारित तीस घंटे का होता है एक साल में एक से अधिक कोर्स कर सकते हैं और रोजगार के अवसर को बढ़ाना इस कोर्स का उद्देश्य होता है।
डॉ रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास में अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि व्यावहारिक ज्ञान में वृद्धि कर हम अपने आप को व्यापार के क्षेत्र में स्थापित कर सकते हैं, जिसका लाभ समाज और देश को होता है। डॉ आरके अग्रवाल प्राध्यापक अर्थशास्त्र ने कहा कि टेली और अकाउंट वर्तमान समय की आवश्यकता है जिससे वाणिज्य के छात्र-छात्राएं रोजगार पाकर आर्थिक रूप से सक्षम हो सकते हैं। पाल सर ने कहां की जो विद्यार्थीगण भविष्य का निर्माण करेंगे उनके लिए सभी प्राध्यापकों की ओर से प्रयास किया जा रहा है। किसी भी कोर्स के लिए तीन बातों का होना आवश्यक है सही गति ,वास्तविकता और सुंदरता के साथ कार्य जिसके द्वारा किसी भी कार्य को करने के पश्चात लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है।
डॉ मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति, करुणा दुबे विभागाध्यक्ष रसायन, डॉ वैशाली गौतम हिरवे विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान , अजय कुमार देवांगन विभागाध्यक्ष कंप्यूटर साइंस, दिलीप कुमार बढ़ाई विभागाध्यक्ष भूगोल , प्रियंका चक्रधारी विभागाध्यक्ष प्राणी शास्त्र , डॉ दुर्गावती भारती सहा प्राध्यापक, एवं महाविद्यालय परिवार ने अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग से मनीषा बेहेरा, परवीन करीम , गुप्तेश् नामदेव उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन मनबोध चौहान सहायक प्राध्यापक एवं आभार प्रदर्शन राजेश्वरी सोनी सहायक प्राध्यापक द्वारा किया गया।