व्यापारिक संगठनो ने एमएसएमई उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो से रूबरू हुए
May 5, 2022कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि आज एमएसएमई विकास संस्थान एवं कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंड़िया ट्रेडर्स (कैट) सी.जी. चैप्टर के द्वारा व्यापारियों का उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो विषयक पर कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय मिटिंग सम्पन्न हुई । मिटिंग में एमएसएमई रायपुर के लोकेश परगनिहा, उप निर्देशक, के द्वारा व्यापारियों को उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभो की जानकारी दी।
सर्वप्रथम मिटिंग की शुरुआत कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश महामंत्री सुरिन्दर सिह ने मिटिंग में उपस्थित एमएसएमई के अधिकारियों, कैट के पदाधिकारियों एवं सभी व्यापारियों का स्वागत किया। तत्पश्चात् एमएसएमई के अधिकारियों एवं व्यापारिक संगठनो के पदाधिकारियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया ।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने कहा कि पूर्व में व्यापारी (ट्रेड़र्स) भी एमएसएमई की परिभाषा में शामिल थे किन्तु वर्ष 2017 में उन्हें इस परिभाषा से निकाल दिया था उसके बाद से कैट लगातार इस मुद्दे को सरकार के साथ उठाता रहा और केंद्र सरकार ने व्यापारियों को इस परिभाषा में दोबारा जोड़ने का निर्णय लिया। 7 जुलाई 2021 को व्यापारियों को इस परिभाषा के अंतर्गत जोड़ने का आदेश दिया। सरकार के इस फैसले से देश के करीब 8 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को फायदा होगा। सरकार का यह कदम न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि भारत के सबसे जीवंत खुदरा व्यापार को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है, सभी व्यापारियो को एमएसएमई मे उद्यम आधार पंजीयन करवाना चाहिए।
कैट सी.जी चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया की उद्यम आधार से पंजीकृत व्यापारियों को बैंकों से क़र्ज़ प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के तहत औरों से कम ब्याज दर पर मिल सकता है जिससे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को बड़ी राहत मिल सकती है। कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से व्यापारी अपने सामान्य व्यापार से महरूम हैं जिसके कारण बेहद आर्थिक तंगी का सामना उन्हें करना पड़ रहा है। उन व्यापारियों के लिए उधम आधार पंजीकरण प्रक्रिया एवं एमएसएमई से व्यापारियों को मिलने वाले लाभ एक वरदान साबित होगा।
एमएसएमई रायपुर के श्री लोकेश परगनिहा उप निर्देशक, ने बताया कि उद्यम आधार पंजीयन से व्यापारी एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत आएंगे और प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के आधार पर दिए जाने वाले ऋण को बैंकों और वित्तीय संस्थानों से आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा अब व्यापारियों द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के कई अन्य लाभों को भी प्राप्त किया जा सकेगा जिनका लाभ एमएसएमई श्रेणी के व्यापारी अभी उठा रहे हैं। उन्होने आगे कहा कि आज देश के व्यापारिक समुदाय जो लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है और लगभग 115 लाख करोड़ का सालाना कारोबार कर रहा है। कोविड महामारी से प्रभावित व्यापारी अब बैंकों से आवश्यक वित्त प्राप्त करके अपने व्यवसाय को बहाल करने में सक्षम होंगें। ृ
अंत में एमएसएमई विकास प्रदेश प्रभारी श्री मोहम्मद अली हिरानी एवं कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन ने मिटिंग मे उपस्थित सभी अधिकारियों, पदाधिकारियों एवं व्यापारियें को धन्यवाद ज्ञापित कर मीटिंग समाप्ति की घोषणा की।
मिटिंग में कैट के पदाधिकारी मुख्यरूप से उपस्थित रहेः- अमर पारवानी, जितेंद्र दोशी, परमानन्द जैन, सूरिंदर सिंह, भरज जैन, अजय अग्रवाल, अजय तनवानी, मोहम्मद अली हिरानी , राजेन्द्र जग्गी, पवन वाधवा, कन्हैया गुप्ता, प्रीतपाल सिंह बग्गा, अवनीत सिंह, राकेश अग्रवाल, विजय जैन, सतीश श्रीवास्तव, श्याम माहेश्वरी, संजोग टावरी, मनतोष, अमित अग्रवाल, राजा वाधवानी, श्री निवास रेड्डी, सुरेश पारख, जीवत बजाज, इन्दरलाल धीरानी, आन्नद, देवराज गुरनानी, जयराज गुरनानी, नरेन्द्र हरचंदानी, नरेन्द्र सिंह, विजय पटेल, गोविन्द पटेल, किलोल पटेल एवं रायपुर के प्रमुख सभी व्यापारी संगठन के पदाधिकारी एवं व्यापारीगण आदि।