बीजेपी ने जारी किया 25 बिंदुओं का आरोप पत्र- डॉ. रमन सिह ने पूछा- CM भूपेश बघेल खैरागढ़ की जनता से डरते क्यों हैं
April 6, 2022
डॉ. रमन ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि मुख्यमंत्री उपचुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करते हैं। रमन ने मीडिया के माध्यम से पूछा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खैरागढ़ की जनता से क्यों डरते हैं।
भाजपा ने जारी किया 25 बिंदुओं का आरोप पत्र- डॉ. रमन ने पूछा- CM भूपेश बघेल खैरागढ़ की जनता से डरते क्यों हैं
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी किया है तो भारतीय जनता पार्टी आरोप पत्र लेकर आई है। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने आरोप पत्र जारी करते हुए सीएम भूपेश बघेल पर हमला बोला। रमन ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि मुख्यमंत्री उपचुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करते हैं। रमन ने मीडिया के माध्यम से पूछा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खैरागढ़ की जनता से क्यों डरते हैं।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि साढ़े तीन साल तक खैरागढ़ को विकास से उपेक्षित रखा- अब घोषणाएं कर रहे हैं। हम आज कांग्रेस के विश्वासघात के खिलाफ 25 बिंदुओं का आरोप पत्र लेकर आये हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने निकाय चुनाव के दौरान कहा था- चुनाव जिताइये खैरागढ़ को जिला बना देंगे। लेकिन जीतने के बाद गायब हो गए। अब उप चुनाव में वही झूठा वादा कर रहे हैं। आरोप पत्र में भूपेश सरकार को दस जनपथ का एटीएम बताया गया है।
सर्वे में पता चला 25-30 हजार वोट से हार रहे
डॉ. रमन ने कहा कि कांग्रेस के इंटरनल सर्वे में मुख्यमंत्री को पता चला गया कि कांग्रेस 25-30 हजार वोटों से हार रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि 36 जनघोषणा पत्र का क्रियान्वयन नहीं होने से जनता नाराज है, इसलिए खैरागढ़ के लोगों को लालच देने का काम कांग्रेस कर रही है। साढ़े तीन साल में भूपेश सरकार ने खैरागढ़ के निवासियों के साथ छल किया है। अब खैरागढ़ को जिला बनाने का घोषणा करना गलत है।
डॉ. रमन ने आरोप लगाया का निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 पार्षद हार रहे थे, लेकिन दल-बल के साथ 1-1 वोट से जिताये हैं। पूरे चुनाव में सरकार से लेकर निचले स्तर के अधिकारी लगे रहे। रमन ने कहा कि उपचुनाव को कांग्रेस सेमीफाइनल कह रही है। इस लिहाज से भाजपा सेमीफाइनल जीत रही है और आने वाले चुनाव में फाइनल भी जीतेंगे। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अधिकारी चापलूसी बंद करें, नहीं तो खैर नहीं।