कृषि कानूनों को डेढ़ वर्ष के लिए स्थगित करना किसानों के साथ धोखा है : विकास उपाध्याय 22जनवरी 2021 कृषि कानूनों को डेढ़ वर्ष के लिए स्थगित करना किसानों के साथ धोखा है : विकास उपाध्याय
January 22, 2021रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने अपने निवास में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि कृषि कानूनों को डेढ़ वर्षो के लिए स्थगित किया जाने का प्रस्ताव किसानों के साथ धोखा है। उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानों के साथ आंखमिचौली खेल रही है। विकास ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार 18 महीनों के लिए कानून को इसलिए स्थागित करवाना चाहती है क्योंकि इन डेढ़ वर्षो में कई राज्यो में महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले है। विकास उपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार को आम जनता से डर लगने लगा है यही वजह है कि अब वह छल कपट पर उतर आई है। उन्होंने मोदी की तुलना ट्रम्प से करते हुए कहा कि ऐसे शासको को ध्यान तो वही होता है जो भी अमेरिका में हुआ है।
विकास उपाध्याय आज मोदी सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा था भाजपा की सरकार देश में और लोकतांत्रिक तरीके से आम जनमानस के मंशा का दूसरा नियम कायदे बनाकर उसे छल और कपट के सारे लागू कर अपनी जीत सुनिश्चित करना चाह रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने बहुमत में दुनिया से हर बार नाजायज फायदा उठाना चाहती है। इसके पूर्व भी मोदी की सरकार ने कई मामलों पर ऐसे ही किया कारण संसद में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भूमि अधिग्रहण कानून का विरोध करते हुए केंद्र सरकार को सूट बूट की सरकार कहा था।
विकास उपाध्याय ने कहा कि 26 जनवरी को किसानों की एक बड़ी ट्रैक्टर रैली होने वाली थी जिससे डरकर मोदी सरकार ने डेढ़ वर्ष के लिए इस कारण को स्थगित किया है।
विकास उपाध्याय ने कहा मोदी सरकार के खिलाफ कोई भी प्रदर्शन इतना बड़ा नहीं था जैसा किसानों का आंदोलन। सरकार ने अभी जरूरत के लिए पानी को स्थगित किया।