रायपुर : गोल बाजार के ब्यापारी ने मानव श्रृंखला बनाकर निगम की वसूली के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन…

रायपुर : गोल बाजार के ब्यापारी ने मानव श्रृंखला बनाकर निगम की वसूली के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन…

March 5, 2022 0 By Central News Service

शनिवार को रायपुर के गोल बाजार को लोगों के लिए बंद कर दिया गया और सभी व्यापारी अपनी दुकानों के सामने खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। दुकानदारों ने मानव श्रृंखला बनाई, यह मानव श्रृंखला चिकनी मंदिर चौक से भानजी भाई, भगत किराना, मुन्नालाल पापालाल और वहां से चिकनी मंदिर चौक तक बनाई गई।

व्यापारी महासंघ के लोग नारा लगाते दिखे- “सारा का सारा है गोल बाजार हमारा हैं “। आगे व्यापारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम रोजाना नए तरीकों से आंदोलन करते रहेंगे और हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से होगा। व्यापारी वर्ग वैसे भी शांतिप्रिय कौम है।

व्यापारियों का दावा है कि नगर निगम रायपुर ने गोल बाजार के व्यापारियों को मालिकाना हक देने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, जिसमें कई सारी गलतियां हैं। भूमि की रजिस्ट्री के लिये गोल बाजार की गाइडलाइन दर ही तय नहीं हुई है। नगर निगम पास की प्रमुख सड़कों से दर ले रहा है, जो अंदर के व्यापारियों पर भारी पड़ रही है।

विकास शुल्क विकसित व अविकसित क्षेत्र में 23 रुपये से 76 रुपए तक है, जबकि नगर निगम व्यापारियों से मांग रहा है 1000 रुपए प्रति वर्गफीट और वो भी हर फ्लोर का। भूतल एवं तीन फ्लोर वाली दुकान से 4000 रुपए प्रति वर्गफीट , यदि दुकान 200 वर्गफीट की है तो 8 लाख रुपए सिर्फ विकास शुल्क के नगर निगम को चाहिए। लगभग सभी दुकानों की नाप जोख में गलतियां हैं, जिसे सुधार करने का दिखावा किया जा रहा है ।

इस वजह से समस्या
नगर निगम ने गोल बाजार के व्यापारियों को मालिकाना हक देने के लिए विकास शुल्क और निर्माण शुल्क तय किए हैं। ऐसे में दुकान पाने के लिए निगम में पांच लाख रुपए से लेकर 10, 20, 40, 50 लाख के साथ एक करोड़ से अधिक रुपए जमा करना पड़ेगा।

125 साल पुराने बाजार में पूरे प्रदेश से लोग आते हैं
गोल बाजार राजधानी रायपुर का प्रमुख बाजार है। यहां लोगों को सभी तरह के सामान मिलते हैं। 125 साल पुराने इस बाजार के व्यापारियों के गुस्से के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। रायपुर के अलावा पूरे प्रदेश से लोग यहां सामान की खरीदी करने बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।

व्यापारियों की मांगें
1- विकास शुल्क माफ हो।
2- सिर्फ जमीन की रजिस्ट्री हो।
3- रजिस्ट्री के बाद हाउस टैक्स में 10 वर्षों की छूट मिले।