कृषि बिल के विरोध मे रमन सिंह का घेराव करने जा रहे किसानों को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोका
January 12, 2021*कृषि बिल पर चर्चा से डरकर गायब हुए रमन सिंह ::अधिवक्ता शत्रुहन साहू
तीनों दमनकारी कृषि बिल के विरोध में निकली रैली
किसान विरोधी तीनों काले कानून को वापस लेने सौंपा ज्ञापन
धमतरी: केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा लाई गई दमनकारी तीनों नई कृषि ( कारपोरेट) बिल के विरोध में दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में धमतरी जिला के हजारों किसान धमतरी से बूढ़ा तालाब पहुंच कर रैली के रूप में रमन सिंह का घेराव करने निकले जिन्हें रायपुर पुलिस के द्वारा बीच रास्ते पर ही रोक दिया गया जिससे आक्रोशित किसानों न जमकर हंगामा किया जहां किसान विरोधी नरेंद्र मोदी मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी खेती बचाओ मोदी भगाओ जैसे नारा लगाते हुए कृषि बिल को देश विरोधी कानून बताते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार देश विरोधी कानून लाकर किसानों को बर्बाद करने की कुत्सित चाल चल रही है जो कभी सफल नहीं हो सकता किसान मोर्चा चाहते थे कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से मिलकर कृषि कानून की वापसी एवं समर्थन मूल्य की गारंटी देने सहित 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन प्रधानमंत्री के नाम सौंपे परंतु अपने चरित्र के अनुरूप इस बार भी भारतीय जनता पार्टी के नेता कृषि बिल पर चर्चा से मुंह छुपा कर भागते रहे इस अवसर पर किसान मोर्चा के अधिवक्ता शत्रुहन साहू व कृषि वैज्ञानिक संकेत ठाकुर ने बताया कि छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से संबंध राष्ट्रीय किसान मोर्चा और राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच के संयुक्त तत्वाधान में 22 सितंबर से खेती बचाओ आंदोलन चलाया जा रहा था जिससे 7 जनवरी से पूरे प्रदेश में खेती बचाव यात्रा के रूप में चलाकर केंद्र सरकार के द्वारा पारित तीनों दमनकारी कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं इसी क्रम में पहले 14 दिसंबर को धमतरी विधायक 22 दिसंबर को पूर्व मंत्री एवं 27 दिसंबर को महासमुंद सांसद का घेराव किया गया किन्तु पूर्व सूचना देने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के विधायक सांसद कृषि बिल पर चर्चा से घबराकर भाग रहे है इसलिए आज छत्तीसगढ़ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह का घेराव कर तीनों कृषि बिल के बारे में चर्चा करने आए थे किंतु वह भी नदारद है और किसानों से मिलने नहीं आए हैं मोदी सरकार को किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए तीनों काला कानून को वापस लेना चाहिए नहीं तो किसान होने का ढोंग नहीं करना चाहिए राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच से संजय चंद्राकर राष्ट्रीय किसान मोर्चा से टिकेश्वर साहू भुनेश्वर साहू एवं दिग्विजय ने कहा की संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में सैकड़ों किसान लगातार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से कृषि बिल के लाभ पूछने उनके निवास स्थान पहुंच रहे हैं किंतु भारतीय जनता पार्टी के नेता मुंह छुपा चर्चा से घबराकर हर बार गायब हो जाते हैं और पीठ पीछे गलत बयान बाजी कर इस षड्यंत्रकारी कृषि बिल के बारे में अपने लोगों को लगातार गुमराह कर रहे हैं जिसका संयुक्त किसान मोर्चा घोर निंदा करता है किसान मोर्चा के मनोज भतपहरी यूगल किशोर मूलचंद निशांत भट्ट कृष्णकांत सतवंत महीलांग राकेश साहू रामा ने संयुक्त रुप से कहा कि दिल्ली की मोदी सरकार किसान विरोधी काले कानून लाकर खेती किसानी को बर्बाद कर किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने का षड्यंत्र कर रहे हैं जब अन्नदाता ही नहीं रहेगा तो देश भी नहीं बचेगा इसलिए किसानों के सम्मान में इस कानून को वापस लिया जाना चाहिए किसान मोर्चा के भिखारी राम साहू धनंजय साहू अजर सिन्हा ने कहां की यदि बिल वापिस नहीं हुआ तो कृषि बर्बाद हो जाएगा यह कानून केवल और केवल पूंजी पतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया गया है इसलिए देश हित में इस कानून को वापस लिया जाए प्रदर्शनकारियों में मुख्य रूप से अधिवक्ता शत्रुहन साहू संकेत ठाकुर संजय चंद्राकर टिकेश्वर साहू भुनेश्वर साहू मनोज भातपहरी युगल किशोर साहू दिग्विजय सिंह धनंजय बीआर साहू उत्तम साहू संतराम मूलचंद निशांत भट्ट सतवंत महिलांग कृष्णकांत तारेंद्र साहू तरुण साहू डोमार साहू जोहत राम राधेलाल चमन साहू चंद्रभान ममता तिवारी सत्यम पुरी गोस्वामी राजाराम मीन पाल तेजेश्वर साहू सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे