वट सावित्री व्रत आज – सुहागिनों को अखंड सौभाग्न का मिलती है वरदान…
June 6, 2024संपादक मनोज गोस्वामी
रायपुर 06 जून 2024/ अखंड सौभाग्य का व्रत वट सावित्री आज 6 जून दिन गुरुवार को ज्येष्ठ अमावस्या के मौके पर होगी प। सुहागिन महिलाएं साल भर में इस व्रत की तैयारी बड़े जोर शोर से करती है। शहर सहित आसपास के गांव में बड़ी संख्या में यह व्रत किया जाता है। वट सावित्री व्रत को लेकर शहर की दुकानों में पूजा सामान खरीदने के लिए अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली।
पंडितों के मुताबिक अमावस्या पर चंद्रमा अपनी उच्च वृष राशि में होंगे। रोहिणी नक्षत्र में धृति योग, बुधादित्य योग, गजकेसरी योग एवं लक्ष्मी योग इन चार योगों में बड़मावस व शनि जयंती होंगी। शुभ मुहूर्त में पहला योग सुबह 5:22 से 7:07 तक और लाभामृत योग दोपहर 12:19 से अपराह्न 3:48 तक रहेगा। पौराणिक कथा के अनुसार देवी सावित्री ने अपने पति को संकट से उबारने के लिए घोर तप किया जिससे प्रसन्न होकर यमराज ने पति सत्यवान के प्राण वट वृक्ष के
नीचे लौटा दिए थे और वरदान भी दिया था कि जी सुहागिन वट वृक्ष की पूजा करेगी उन्हें अखंड सौभाग्न रहने का आशीर्वाद मिलेगा।
पौराणिक पुजन विधियों के अनुसार वट सावित्री व्रत में सुहागिन महिलाएं सुचह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान इत्यादि से होकर व्रत का संकल्प लेती है। महिलाएं, सोलह सिंगार कर टोकरी में पूजा का सामान लेकर वटवृक्ष के नीचे बैठकर वट सावित्री की कथा सुनती है और वृक्ष को जल से सिंचती है इसके बाद वट वृक्ष को रोली चंदन का टीका लगाती है हाथ में कच्चा सूत लेकर वृक्ष में लपेटते हुए परिक्रमा करके पूजा संपन्न करती है।
हिन्दू पंचांग के मुताबिक जेठ अमावस्या तिथि 5 जून की शाम 7:54 तक शुरू होगी और 6 जून की शाम 6:07 तक रहेगी उदय तिथि के अनुसार वट सावित्री व्रत 6 जून को रखा जाएगा। जिसमें सुहागिन अपने पति के दीर्घायु पर अखंड सौभाग्न का वरदान मांगी गी। गौरतलब है कि आजकल शहरों में वटवृक्ष की संख्या कम देखी जा रही है ऐसे में महिलाएं, जहां चौक चौराहे पर यह वृक्ष है वहां पर जाकर पूजन अर्चन करेगी, वहीं गांवों में सुहागिन मिलकर पुरा पुजा पाठ करती हैं।