बड़ी खबर-मेडिकल कॉलेज के बाद अब महासमुंद में नर्सिंग कॉलेज की सौगात.. नर्सिंग कोर्स विद्यार्थियों मिलेगी भविष्य संवारने का अवसर – संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर
July 21, 2023
संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 21 जुलाई 2023/ मेडिकल कॉलेज के बाद अब महासमुंद में नर्सिंग कॉलेज की सौगात मिलने जा रही है। सौ सीटों के लिए महासमुंद में नर्सिंग कॉलेज के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दी है। जिस पर संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि इससे नर्सिंग के क्षेत्र में भविष्य संवारने का मौका मिलेगा।
संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने निरंतर प्रयास कर रही है। इसी तारतम्य में अब महासमुंद में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है। इसके लिए राज्य शासन ने सौ सीटों के लिए मंजूरी दे दी है। इससे अच्छी रैंक वाली छात्राओं को सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने का मौका मिलेगा।
निजी कॉलेजों की तुलना में सरकारी कॉलेजों में फीस बेहद कम है। इसलिए सरकारी कॉलेजों में प्रवेश के लिए सीटों से ज्यादा आवेदन मिलते हैं। राज्य सरकार से मंजूरी के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नए कॉलेज खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। नए नर्सिंग कॉलेज में अगले साल से प्रवेश दिए जाएंगे। महासमुंद में मेडिकल कॉलेज का संचालन किया जा रहा है। नर्सिंग कॉलेज खुलने से उन जरूरतमंद छात्राओं को फायदा होगा, जो ज्यादा फीस होने के कारण निजी कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाती हैं।
गौरतलब है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं को लेकर संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर शुरू से शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षित कराते रहे हैं। इसी का परिणाम रहा कि विधानसभा क्षेत्र महासमुंद में मेडिकल कालेज की सौगात मिल सकी। वहीं नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा मेडिकल कॉलेज को भेजे गए पत्र में मेडिकल मूल्याकंन और रेटिंग बोर्ड के नवीनीकरण के लिए अनुमोदन दिया गया है। जिसके तहत शैक्षणिक वर्ष 2023-2024 में द्वितीय सत्र में प्रवेश के अनुमति दी गई है। एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में 100 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल जी की पहल पर क्षेत्र में चिकित्सा और शिक्षा की रौशनी पहुंच रही है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से दुर्गम से दुर्गम गांवों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा रही है। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना और दाई-दीदी क्लीनिक योजना शहर की स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब लोगों और माताओं-बहनों की चौखट तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज से लेकर सभी सरकारी अस्पतालों को सुविधाओं से लैस किया गया है। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करते हुए उनकी तैनाती की है। जिससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर लाभ मिल रहा है।