तीन सुत्रीय मांगों को लेकर  सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने किया आंदोलन का शंखनाद… 04 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल में…. महासमुंद जिले के 700 कर्मचारी जिसमें प्रबंधक से लेकर लिपिक तक शामिल रहेंगे….

तीन सुत्रीय मांगों को लेकर सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने किया आंदोलन का शंखनाद… 04 नवम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल में…. महासमुंद जिले के 700 कर्मचारी जिसमें प्रबंधक से लेकर लिपिक तक शामिल रहेंगे….

October 24, 2024 0 By Central News Service

महासमुंद 24 अक्टूबर 2024/ राज्य सरकार कि तरफ से आगामी माह में पुरे प्रदेश भर में धान खरीदी केंद्र में धान खरीदी का पैगाम जारी कर दिया गया है, ऐसे में प्रदेश के किसानो को चिंतित करने वाली खबर है। प्रदेश सरकार के खिलाफ सहकारी समिति के संघ ने आपत्ति जताई है। उन्होंने तीन सूत्रीय मांगो को लेकर प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया है। यदि सहकारी समिति के कर्मचारी नहीं तो समर्थन मूल्य पऱ धान की खरीदी में ग्रहण लग सकती है।

महासमुंद जिला अध्यक्ष जय प्रकाश साहू ने कहा कि सुखत नहीं तो खरीदी नहीं कि जिद्द पर यह आंदोलन होगा, इसमें सहकारी समिति के सभी वर्गों के कर्मचारियों ने इस आंदोलन पर जोर दिया है। यह आंदोलन प्रदेश सरकार को जागरूक करके समितियों के कर्मचारियों के साथ हो रहे अनदेखी और अन्याय का आंदोलन है। आज हमारे बहुत से समितियों कि वेतनमान पिछले चार महिनों से कर्मचारियों को नहीं मिला है। इसके बारे में प्रदेश सरकार एवं प्रशासन ने अभी तक जिक्र नहीं किया है। आखिरकार कब तक हाथ में हाथ लिए बैठेंगे रहेंगे, इसलिए आज पुरे सहकारी समिति के कर्मचारी हाथ उठाकर अपनी हक सरकार से मांगेंगे।

इस आंदोलन में संघ के जिला अध्यक्ष जय प्रकाश साहू, तुलाराम ध्रुव,मनीष चंद्राकर, मनोज भारद्वाज, भेख लाल यादव, कौशल साहू, ईश्वर पटेल, भोजराम साहू, दुवन चंद्राकर, राजेंद्र साहू, सभी ने कर्मचारियों को मिलने वाली अनियमित वेतन हेतु वेतन अनुदान 3 लाख प्रति समिति प्रति वर्ष , धान खरीदी की नीतियों मे संसोधन धान मे सुखत का प्रावधान ,एवं जिला सहकारी बैंक मे होने वाली भर्तियों मे आरक्षण जैसी विषयो को लेकर प्रदेश संगठन ने आगामी 4 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु सुचना शासन प्रशासन को दी है। जिसका महासमुंद के सहकारी समिति कर्मचारियों ने स्वागत करते हुए हड़ताल मे शामिल होने की बात कही है।


इधर समर्थन मूल्य मे धान खरीदी के तैयारी हेतु शासन प्रशासन के निर्देश सहकारी समितियों को प्राप्त हुए है लेकिन इन पऱ होने वाली खर्च की राशि समितियों को अप्राप्त है.जिससे धान खरीद की तैयारियां बेहतर नहीं हो पा रही है।

जानकारी के मुताबिक जिले के आधे से ज्यादा समिति के कर्मचारियों को बीते चार माह से वेतन नहीं मिला है, दीवाली जैसे राष्ट्रीय त्यौहार मे वेतन नहीं मिलने का भी गुस्सा कर्मचारियों मे है यही हाल पुरे प्रदेश का है जिसका असर आगामी 4 नवंबर को होने वाले हड़ताल मे होगा जिसमे जिले के करीब 700 कर्मचारी जिसमे समिति प्रबंधक, लिपिक, विक्रेता, प्रोसेसर्वर, चपरासी, चौकीदार शामिल होंगे।