पैसा है तो महासमुंद कोतवाली थाना आइए…यह कवायद यहा पर बैठे पुलिस करते हैं… थाना प्रभारी नींद में…
October 21, 2024संपादक मनोज गोस्वामी
महासमुंद 21 अक्टूबर 2024/ महासमुंद पुलिस कि क्रियाकलाप कि आप सभी को जानकारी है लेकिन प्रशासन इसी पुराने रिकार्ड को सुधारने के कोशिश में अभी भी वर्तमान और बड गया है..यदि आपके जेब में पैसा है तो महासमुंद कोतवाली थाना आइए..यदि आपके पास पैसे नहीं हैं तो आप का केस भगवान भरोसे रहेगा, और आप चक्कर लगाते रहिए..
आज एक ऐसा मामला सामने आया है कि मोटरसाइकिल से दुर्घटना हुआ लेकिन सामने वाले ने अपनी इलाज के भाव से 112 को डायल किए जिसको डाक्टरी रिपोर्ट के मुताबिक उसको कुछ खास चोट नहीं लगा था, लेकिन इसी माध्यम पर मोटरसाइकिल चालक को महासमुंद पुलिस के आरक्षक ने डरा धमकाकर 14 हजार रुपए वसूल किए वावजूद आरक्षक अभी भी 10 हजार रुपए कि मांग कर रहा, जब बात यह मिडिया तक आई तो पड़ताल किए तो आरक्षक अपने नंबर से नहीं दुसरे नंबर पीड़ित को फोन लगाया गया था। जिसमें गरीब परिवार कि पीड़ित आज महासमुंद पुलिस कि खौफ के कारण घर से निकल नहीं पा रहे हैं और उसके परिजनों ने बताया कि वह उस पुलिस वाले ने इतना डरा दिया कि वह खौफ से जी रहे हैं।
इस केस कि पुष्टि के लिए जब हमने थाना प्रभारी कोतवाली महासमुंद को सुचित कर थाना गए तो उसके बारे में अन्य कर्मचारी बताने के लिए मना किए इसका सीधा सा मतलब है कि सभी के सभी मिलीभगत से यह कार्य हो रहा है। इस मामले में थाना प्रभारी कोतवाली का कहना है कि उस कांस्टेबल को सामने लाओ,तब मैं उसके ऊपर कार्यवाही करूंगा। लेकिन थाना प्रभारी महोदय जी स्वयं जानते है कि रोजनामचा कौन कौन रहते है चाहे तो वह उस दिन विवरण कौन देख रहा था आप स्वयं बता सकते है कि रोजनामचा में कौन था और विवेचना कौन से आरक्षक ने किया है।
आज जब मीडिया कि टीम पड़ताल पर पहुंचे तो वहां थाना परिसर में अनेक लोग मिलें जो पुलिस को रिश्वत ना देने पर रोज कोतवाली थाना में अपनी काम धाम छोड़कर दिन से लेकर शाम तक बैठे रहते ….जब हमने उनसे बात किया तो डरे सहम लोगों ने कहा कि, आज जनता को न्याय मिलता साहब ,जब तक पुलिस वाले बाबू साहब को पैसा ना दो, गरीबों कि यहां कोई सुनवाई नहीं है, यदि जरूरत पड़े तो मुख्यमंत्री जी से मिलकर महासमुंद कोतवाली थाना कि शिकायत करेंगे और आपके मिडिया के साथ बात भी करेंगे।
आपको गौरतलब हो कि इसी मिडिया ने पूर्व में थाना प्रभारी के खिलाफ आवाज उठाए थे तब उनको अन्यत्र जगह पर स्थानान्तरण कर दिया गया था। लेकिन महासमुंद कोतवाली पुलिस कि वर्दी में रहकर लगातार रिश्वत खोरी आज जनता से नहीं छुपी है।
लेकिन आज के प्रभारी मिडिया से मिलने तक पर मना कर दिया गया, बस इतना कहा कि मैं किसी से नहीं मिलुगां उस आरक्षक का नाम बताएं.. लेकिन किसका नाम बताएं पुरा महासमुंद कोतवाली के सभी आरक्षक मामले कि विवेचना करने पर पैसे कि मांग करते हैं।