सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद में विभाग स्तरीय संस्कृति महोत्सव का समापन सत्र संपन्न….माता-पिता अपने मन मे सपना संजोए रहते हैं कि हमारे संतान परिवार का नाम रोशन करेंगे लेकिन दृध निश्चय ही सफलता दिलाते है –  विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा

सरस्वती शिशु मंदिर महासमुंद में विभाग स्तरीय संस्कृति महोत्सव का समापन सत्र संपन्न….माता-पिता अपने मन मे सपना संजोए रहते हैं कि हमारे संतान परिवार का नाम रोशन करेंगे लेकिन दृध निश्चय ही सफलता दिलाते है – विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा

October 20, 2024 0 By Central News Service
 महासमुंद 20 अक्टूबर 2024/ स्थानीय भलेसर मार्ग पर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुंद में तीन दिवशीय संस्कृति महोत्सव का समापन सत्र  संपन्न हुआ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में योगेश्वर राजू सिंन्हा जी (विधायक, विधानसभा क्षेत्र महासमुंद), अध्यक्षता श्रीमती संध्या शर्मा जी (आदर्श शिक्षा मंडल समिति के उपाध्यक्ष) विशेष अतिथि के रूप में अनिल पुरोहित (संस्थान जिला प्रतिनिधि महासमुंद), रूपेंद्र साहू (जिला प्रतिनिधि गरियाबंद), धर्मेंद्र महोबिया (आदर्श शिक्षा मंडल समिति के सचिव), गोवर्धन प्रधान (आदर्श शिक्षा मंडल समिति के सह सचिव) मानिक लाल साहू (राजिम विभाग समन्वयक) उपस्थित थे ।


कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती, ओम एवं भारत माता के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पण, तिलक लगाकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया l इसके पश्चात कार्यक्रम में अतिथि परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती कृष्णा चंद्राकर एवं सभी अतिथियों का स्वागत प्राचार्य श्रीमती राजश्री ठाकुर द्वारा किया गया ।


इस अवसर पर इस संस्कृति महोत्सव को संपन्न कराने वाले प्रभारी के रूप में उपस्थित मानिक लाल साहू (राजिम विभाग समन्वयक), दीपक शुक्ला, निवास शुक्ला, हेमंत महाडिक, एवं अनिमेश शर्मा का सम्मान मुख्य अतिथि एवं समिति के सदस्यों द्वारा किया गया l


इसके पश्चात इस कार्यक्रम के प्रभारी निवास शुक्ला अपने ने प्रस्तावित उद्बोधन में कहा गया कि इस संस्कृति महोत्सव में राजिम विभाग के तीन जिले महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद से 454 भैया/ बहन एवं 31 संरक्षक दीदी/आचार्य कुल 485 की संख्या में सम्मिलित हुए l इस तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव के दौरान, कथाकथन, आचार्य पत्र वाचन, शास्त्री गायन, गीता पाठ, मानस प्रथमाक्षरी जैसे अनेक कार्यक्रम संपन्न हुए ।सरस्वती शिक्षा संस्थान द्वारा हर वर्ष यह प्रतियोगिता विभाग स्तर से अखिल भारतीय स्तर तक आयोजित किया जाता हैं l


इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्र के विधायक योगेश्वर राजू सिंन्हा जी ने सभा संबोधित करते हुए कहा कि हमेशा जितना कोई बड़ी बात नहीं होती आने वाले समय में और अच्छा प्रयास करोगे तो सफलता जरूर मिलेगी यहां जितना भैया बहन अध्ययन कर रहे हैं उनके माता-पिता अपने मन मे सपना संजोए रहते हैं कि हमारे संतान परिवार का नाम रोशन करेंगे l मेरी यह आशा है कि सभी भैया बहन ऐसे ही आयोजन में भाग लेकर अपने परिवार शहर विद्यालय का नाम रोशन करें l साथ ही आदर्श शिक्षामंडल समिति के व्यवस्थापक धर्मेन्द्र महोबिया द्वारा विद्यालय में अहाता निर्माण, शौचालय निर्माण हेतु मांग पत्र किया था, मुख्य अतिथि योगेश्वर राजू सिन्हा द्वारा अहाता निर्माण, शौचालय निर्माण एवं साइकल स्टैंड सेड के लिए राशि देने की घोषणा कीl


कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित अनिल पुरोहित जी ने अपने उद्बोधन में कहा जिस संस्कृति के दौर से हम गुजर रहे हैं वहां हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, इसे बचाए रखने के लिए विद्या भारती के द्वारा इस संस्कृति महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है l


विशेष अतिथि रूपेंद्र साहू जी ने उद्बोधन में कहां की स्वामी विवेकानंद का कहना था भैया बहनों को गीता की जगह फुटबॉल दें l उन्होंने कहा था, “आप भगवद गीता का अध्ययन करने की तुलना में अगर फुटबॉल खेलते हो तो स्वर्ग के अधिक निकट होगे।” उनके इस कथन को ‘द इनर वॉइस’ ने विश्व कप फुटबॉल के संबंध में एक लेख में छापा था। विवेकानंद ने कहा था,सबसे पहले हमारे युवा को को मजबूत होना चाहिए। धर्म बाद में आता है। मेरे नौजवान साथियों, मजबूत बनो। आप अपने मजबूत बाइसेप्स और मजबूत मांसपेशियों से गीता को बेहतर समझ पाएंगे। आप अपने अंदर थोड़े मजबूत रक्त के साथ कृष्ण की शक्तिशाली प्रतिभा और शक्तिशाली शक्ति को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। आप उपनिषदों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे और आत्मा की महिमा को तब समझ पाएंगे जब आपका शरीर आपके पैरों पर मजबूती से खड़ा होगा और आप पुरुषों की तरह महसूस करेंगे।”


तीन दिनों तक आयोजित हुए इस संस्कृति महोत्सव के प्रतियोगिता में महासमुंद से शास्त्रीय गीत में धारणा साहू प्रथम, कथाकथन में वैभव साहू प्रथम, तबला वादन में आदित्य प्रजापति, रंगोली में निधि जलक्षत्री, शास्त्रीय गायन में यामिनी निषाद प्रथम स्थान, शास्त्रीय नृत्य में जीविका देवांगन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी भैया बहनों को शील्ड व प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया, इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले भैया-बहन प्रांतीय संस्कृति महोत्सव जो दिनांक 20 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक सरस्वती शिशु मंदिर राजिम में आयोजित है, उसमें हिस्सा लेंगे l


इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक के रूप में शास्त्रीय नृत्य एवं एवं गायन में प्रिया सिन्हा, पदमा बनर्जी, हितेंद्र साहू, श्रीमती संध्या शर्मा, चित्रकला, मूर्तिकला एवं एकल अभिनय में राजू यादव, भारत सिंह साहू, गीता पाठ में सुशील शर्मा, आशुतोष कन्नौजे, स्वरचित कविता, टेकराम सेन, मानस अन्ताक्षरी में भगत राम साहू, गोवर्धन साहू,, वन्दे मातरम में राधेश्याम सोनी, महेश चंद्राकर,गुलाब सेन, श्रीमती सुजाता विश्वनाथन, रामकृष्ण साहू, तबला वादन में शंकर होता, अनिल उइके, कुंजबिहारी एवं का सहयोग प्राप्त हुआ।


इस समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित योगेश्वर राजू सिन्हा का आदर्श शिक्षा मंडल समिति के सदस्यों द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया l
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के सचिव धर्मेंद्र महोबिया जी ने इस महोत्सव को संपन्न कराने प्रभारी आचार्यो, निर्णायको को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार प्रदर्शन किया गया l


इस पूरे कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की आचार्या श्रीमती मनोज साहू द्वारा किया गया l
इस आयोजन को संपन्न कराने में प्रभारी के रूप में उपस्थित मानिक लाल साहू, दीपक शुक्ला , हेमंत महाडिक, श्रीनिवास शुक्ला, अनिमेश शर्मा, विद्यालय के बौद्धिक प्रभारी , बलराम सेन एवं 18 विधावो के प्रतिभागी भैया बहनों के प्रथम, द्वितीय, तृतीय निर्णय हेतु शहर के बुद्धिजीवी जन, संबंधित विधाओं मे पारंगत निर्णायको एवं विद्यालय के समस्त दीदी आचार्यों का सहयोग सराहनीय रहा l