बड़ी खबर- आर्ष ज्योति गुरुकुल का आचार्य निकला दूसरा महा राम रहीम .. आचार्य कोमल वैष्णव आश्रम शिष्यों के साथ मारपीट कर करते थे…. अनैतिक कृत्य..
July 25, 2022महासमुन्द 25 जुलाई 2022/ आज सभी पालकों एवं दानदाताओं का गुरूकुल के प्रति जो श्रद्धा, सम्मान था वह खोती नज़र आ रही है। ज्ञात हो कि कि प्रदेश एवं देश में कोसरंगी आर्ष ज्योति गुरुकुल को आगे बढ़ाने सामाजिक कार्यकर्ता, आचार्य, एवं संस्था के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए पुर्ण रुप से सहयोग प्रदान किया। लेकिन एक आचार्य के नाम से आज पुरे गुरूकुल परिवार एवं पालकों में क्रोध और चर्चा का विषय बना हुआ है। आचार्य कोमल वैष्णव ने जो शिष्यों के साथ घिनौनी हरकत कि उससे गुरु और शिष्य का संबंध पर विराम लगना लाजमी है।
आर्ष ज्योति गुरुकुल कोसरंगी के मामले में शिक्षक से एसपी बने पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (IPS) बाल अपराध के प्रति बहुत गंभीर हैं। उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार निर्देश दिए जिस पर, पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी कोमल आचार्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी आचार्य के विरुद्ध थाना खल्लारी में धारा 323, 506 भादवि, धारा 6,10 पॉक्सो एक्ट तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
आपकों बता दें कि गुरुकुल आश्रम कोसरंगी के आचार्य कोमल वैष्णव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार ग्राम कोसरंगी स्थित आर्ष ज्योति गुरुकुल आश्रम के आचार्य कोमल वैष्णव बच्चों को अपने कमरे में मालिश करने के लिए बुलाकर बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न करता था ।
आचार्य द्वारा परिजनों को नहीं बताने की धमकी देकर बालकों से मारपीट भी करता था। जब भी बच्चे फोन पर अपने परिजनो से बात करते थे, तो वह सामने बैठा रहता था। जिस कारण पीड़ित बच्चे अपने परिजनों को कुछ नही बता पाते थे। तब दूसरे बच्चों के आश्रम आए हुए पालक के फ़ोन से पीड़ित बच्चों ने उक्त घटनाक्रम की सूचना अपने पालको को दी। जिस पर पालकों के द्वारा पुलिस तथा चाइल्ड लाइन को शिकायत किया गया।
इसके अलावा आचार्य कोमल ने गुरुकुल कि जगह राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्री अन्ऩम रेस्टोरेंट एवं स्वीट्स का प्रारंभ किया था,जिसका पुरा लाभ गुरुकुल को जाना था, लेकिन जब हम ने हकीकत कि जानकारी ली तो मालुम पड़ा कि आचार्य कोमल ने अपने किसी परिवार के संबंधित को बिना लिखित पेपर या दस्तावेज़ के बिना प्रतिमाह 60 हजार रुपए का सौदा किया था। जो 23 मई 2022 से श्री अन्ऩम रेस्टोरेंट एवं स्वीट्स का संचालन कर रहे है। जो प्रतिमाह 60 हजार रुपए गुरुकुल को दे रहे,जिसका किसी प्रकार का कोई गवाह या लिखित दस्तावेज नहीं प्राप्त हुआ।
अभी वर्तमान जो श्री अन्ऩम रेस्टोरेंट संचालित कर रहे हैं उनसे बातचीत करने पर पता चला कि आचार्य कोमल ने रेस्टोरेंट के लिए पहले से ही तैयार कर लिए था।
आचार्य कोमल ने रेस्टोरेंट कि टेंडर जानबूझ कर हंसमुख के नाम से तय कर उनके मुख्य संचालन के लिए मोनेन्द्र दास बैरागी निवासी खरगहनी शिवरीनारायण को तैयार कर लिया था।
इसके अलावा आप को यह भी बताएं कि कोमल आचार्य ने असम एवं नागालैंड से 4 युवतियां ( गुरुकुल संबंधित) को श्री अन्ऩम रेस्टोरेंट में मिठाई बनाने कि गुर सिखाने बुलाए गए थे, जिसमें से 2 युवती चार दिनों बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए, वही बचे दो युवती मात्र 15 दिन गुरूकुल में रहने के बाद चली गई। जिसका किसी प्रकार से कोई संपर्क सुत्र प्राप्त नहीं हो रहा है। जब इस तथ्य कि जानकारी हासिल कर रहे थे तो,दबी जुबान एवं नाम नहीं बताने के शर्त पर कहा कि हमें पहले से आभास हो गया था।
पालकों ने अपने बच्चों को घर लेजाना उचित समझा
पालकों को जैसे ही इस घिनौनी हरकत या मारपीट कि बारे में पता चला तो कल दिनांक 24 जुलाई को 12 बच्चे बगैर स्थानांतरण प्रमाणपत्र लिए चलें गए वहीं आज संध्या 7 बजे तक 20 से 22 बच्चे गुरुकुल छोड़कर जाने कि जानकारी हासिल हुई है। इसके अलावा और बच्चे भी गुरुकुल छोड़कर जाना जा रहे है लेकिन अन्य राज्यों से होने के नाते वह मजबूर दिख रहे थे।
देखना यह है कि छत्तीसगढ़ के महा राम रहीम कि भेष में आचार्य को सलाखों के अंदर रखते हैं पाते है कि नहीं
आचार्य कोमल ने अपने कार्यकाल में बड़े से बड़े संस्थानों एवं राजनीतिक लोगों से पुरा मेल मिलाप कर लिए थे, लेकिन देखना यह है कि अब आरोपी आचार्य कोमल को सजा देंगे कि, राजनीतिक भेंट कि हवाले करेंगे ।
मासुम बच्चों कि सच्चाई एवं कानून के प्रति विश्वास को बरकरार रखते हैं कि नहीं ?
गुरूकूल के आचार्य कि सम्पूर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव, एवं अनुविभागीय अधिकारी (पु) महासमुंद सुश्री कल्पना वर्मा के निर्देशन मे थाना प्रभारी खल्लारी निरीक्षक अशोक वैष्णव , सायबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत, सउनि.तीर्थराज गुनेंद्र , प्रकाश नंद, प्रआर महेश डहरिया, आर.शुभम पांडे,उत्तम यदु, अभिषेक सिंह, विकास चंद्राकर, महेंद्र यादव , विजय साहू , रवि यादव , मआर हेमलता साहू तथा थाना खल्लारी पुलिस की टीम की अहम भूमिका रही