स्कूल रसोईया संघ 26 जुलाई से राजधानी में करेंगे प्रदर्शन
July 25, 2022स्कूल रसोईया संघ को स्कूलों में कार्य करते 27 वर्ष हो चुके हैं इनकी नियुक्ति सन 1995 में हुई थी, इस कार्य को लगभग 80000 महिला और पुरुष कर रहे हैं संघ के द्वारा लंबे समय से कलेक्टर दर की मांग करते आ रहे हैं परंतु आज तक आश्वासन के अलावा और कुछ नहीं मिला हैl रसोइयों को प्रतिमाह 1500 मानदेय मिलता है l
रसोईया संघ का कहना है कि 2 घंटे कार्य करने का मानदेय मिलता है परंतु 6 घंटे कार्य करना पड़ता है l
जैसे कि सुबह 9:00 बजे कार्य में जुट जाते हैं और दोपहर 3:00 बजे तक स्कूलों में कार्य करते हैं lपूरा दिन स्कूलों में व्यतीत करना पड़ता हैlजिसके कारण दूसरा कोई काम नहीं कर पाते हैं और हम दिनभर की मजदूरी दर से वंचित रहनाा पड़ता हैl
इस मंगाई भरे दौर में 1500रुपए महीने में परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पाते हैं जिसके कारण हमारे परिवार को आर्थिक,मानसिक रूप से समस्याओं से जूझना पड़ता है कर्ज के सहारे जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैंl
कम मानदेय होने के कारण रसोइयों की स्थिति दिनों दिन दयनीय होती जा रही है अपने बच्चों को अच्छी स्वास्थ्य शिक्षा सुविधा उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं इसलिए रसोईया संघ ने निर्णय लिया है कि
2 घंटे का मानदेय दिया जाता है इसलिए 2 घंटे ही कार्य करेंगे l
संघ के द्वारा इस प्रकार के निर्णय से पूर्व में शिक्षकों के द्वारा मध्यान भोजन बच्चों को परोसा जा रहा था इसका वीडियो भी वायरल हुआ थाा l
रायपुर संभाग अध्यक्ष नीलू ओग्रे,
सचिव संदीप तिवारी,कोषाअध्यक्ष लोकेश चंद्राकर ने कहा है कि सरकार हमारी मांगों को संज्ञान में नहीं ले रही है जिसके कारण रायपुर राजधानी में 26 जुलाई28 जुलाई तक प्रदेश के सभी रसोईया कर्मचारी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगेl
रसोईया संघ की मांग- पूर्णकालीन कलेक्टर दर पर मानदेय भुगतान किया जाए l