डी. पुरंदेश्वरी हंटर लेकर आई थी फेल हो गई अजय जामवाल की सफलता संदिग्ध – कांग्रेस

डी. पुरंदेश्वरी हंटर लेकर आई थी फेल हो गई अजय जामवाल की सफलता संदिग्ध – कांग्रेस

August 3, 2022 0 By Central News Service

रायपुर/03 अगस्त 2022। भाजपा के नए क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल के बैठक पर तंज कसते हुए प्रदेश कांग्रेश संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अजय जामवाल के पहले भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी हंटर लेकर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं के गुटबाजी को खत्म करने का प्रयास करती थी। लेकिन असफल रही 15 साल के कमीशनखोरी भ्रष्टाचार के काली कमाई से रमन सरकार के मठाधीश नेताओं की चमड़ी मोटी हो गई है वहां पुरंदेश्वरी का हंटर भी काम नहीं आया। अब अजय जामवाल भाजपा में मचे गुटबाजी और सिरफुटौव्वल को खत्म करने के लिए पता नहीं क्या जड़ी बूटी लेकर आए हैं। जिससे भाजपा के नेताओं की गुटबाजी खत्म करने का दावा कर रहे है। उनकी सफलता भी संदिग्ध है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा में गुटबाजी का आलम यह है कि कोई नेता एक दूसरे का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वंय कहा था भाजपाध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाकर आधा दर्जन लोग अध्यक्ष बनने कपड़ा सिलवा कर बैठे है। वरिष्ठ भाजपा नेता नंद कुमार साय बयान दे चुके है कि वर्तमान अध्यक्ष लायक नहीं है उनमें आक्रमकता का आभाव है। पुरंन्देश्वरी बेचारी गुटबाजी के कारण किसी भी भाजपा नेता को दौरे पर लेकर नहीं जाती थी।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी के पास इतनी ताकत और शक्ति नहीं है क्यों भाजपा के कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर सके और समस्याओं का निराकरण कर सके भाजपा के कार्यकर्ता 15 साल के मठाधीश नेताओं से भाजपा के मुक्ति चाहते हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने नेतृत्व हीनता की बात को सार्वजनिक तौर पर कहा है। ऐसे में भाजपा के प्रदेश प्रभारी अजय जामवाल कभी छत्तीसगढ़ में मेहनत करना निरर्थक है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा का नेता निरंतर छत्तीसगढ़ विरोधी कृतियों में लगे हुए हैं। केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव सौतेला व्यवहार करती है तो यही भाजपा के नेता मौन रहते हैं। भाजपा एक सशक्त विपक्षी दल होने की भूमिका भी नहीं निभा पा रही है।