राशन कार्ड के हजारों आवेदन पेंडिंग, चक्कर काट रहे गरीब हितग्राही… विनोद चंद्राकर

राशन कार्ड के हजारों आवेदन पेंडिंग, चक्कर काट रहे गरीब हितग्राही… विनोद चंद्राकर

November 9, 2024 0 By Central News Service

महासमुंद 09 नवंबर 2024/ पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवन लाल चंद्राकर ने आराेप लगाया है कि पात्र हितग्राहियों का राशन कार्ड न बनाकर अपात्र लोगों का राशन कार्ड रूपए लेकर हाथों-हाथ बनाया जा रहा है। महासमुंद जनपद में विगत दिनों फर्जी तरीके से रूपए लेकर राशन कार्ड बनाए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद भी इस कार्य में संलिप्त लोगों पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।

जिससे राशन कार्ड के अवैध धंधे में लिप्त दलालों व कर्मचारियों के हाैसले बुलंद हैं। विगत 6-6 माह से हजारों आवेदन जनपद के खाद्य शाखा में पेंडिंग पड़े हुए हैं। हितग्राही राशन कार्ड के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, उन्हें राशन कार्ड नहीं दिया जा रहा। वहीं, दलाल व संलिप्त लोगों द्वारा रूपए की मांग की जा रही है। जो रूपए देने में सक्षम हैं तथा 3 से 5 हजार रूपए दे रहे हैं, उनका राशन कार्ड हाथों-हाथ मिल रहा है। यह स्थिति जिले के समस्त जनपदों व निकायों में व्याप्त है। पैसे दो और कार्ड लो का खेल चल रहा है। इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कोई जाँच व कार्रवाई नहीं होना खाद्य शाखा के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत को भी इंगित कर रहा है।

चंद्राकर ने कहा कि 2 माह पूर्व उन्होंने कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने कलेक्टर से इस मामले में जाँच कर दोषियों को राशन कार्ड के कार्य से हटाने की मांग कर पात्र हितग्राहियों को शीघ्र राशन कार्ड प्रदान करने का निवेदन किया था। लेकिन, आज तक इस प्रकरण में जाँच, कार्रवाई नहीं हुई है। कई हितग्राहियों ने बताया कि 6 माह पूर्व से राशन कार्ड के लिए आवेदन किए हैं, जो भी दस्तावेज मांगे गए हैं, उन्होंने दी है। दस्तावेज पूर्ण होने के बाद भी 6 माह से उनका आवेदन लंबित होना समझ से परे है। वहीं, जो लोग पैसे दे रहे हैं, उनका आवेदन आज जमा हो रहा है और सप्ताह भर के भीतर ही राशन कार्ड प्राप्त हो जाता है।

चंद्राकर ने कहा कि जिला महासमुन्द में लगातार कुछ व्यक्तियों द्वारा हितग्राहियों से पैसा लेकर फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाये जा रहें हैं। खासकर महासमुन्द जनपद में संबंधित अधिकारियों द्वारा 3000 से 5000 रू. तक लेकर बिना पात्रता के राशन कार्ड बनाये जा रहें हैं। तथा जो हितग्राही पात्र हैं लेकिन संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को पैसा नहीं दे रहें हैं। उनके राशन कार्ड पृथक करने या नया बनाने में हीला-हवाला किया जा रहा है। जिससे गरीब वर्ग के हितग्राहियों में आक्रोश व्याप्त है।

चंद्राकर ने कहा कि संयुक्त परिवार से पृथक राशन कार्ड बनाये जाने में नियमों को दरकिनार कर राशन कार्ड पृथक बनाये जा रहें है। परिवार के एकलौते पुत्र जो राशन कार्ड में सहभागी हैं, नियमानुसार माता-पिता से पृथक राशन कार्ड एकलौते पुत्र का नहीं बनाया जा सकता। लेकिन जनपद पंचायत महासमुंद में बनाया जा रहा है, जो आपत्ति जनक है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार राशन कार्ड बनाने के लिये बिचौलिये संपर्क कर रहें हैं। अत्याधिक हितग्राहियों से राशि लेकर सीधे जनपद पंचायत में आकर राशन कार्ड तत्काल बनवा लेते हैं परिणाम स्वरूप जिला प्रशासन की छवि लगातार धूमिल हो रही है। कुछ बिचौलियों द्वारा संबंधित शाखा एवं अधिकारी के माध्यम से राशन कार्ड हेतु गोपनीय आई.डी., पासवर्ड प्राप्त कर स्वयं राशन कार्ड च्वाईस सेंटरों के माध्यम से बना रहें हैं। इस तरह की शिकायत लगातार मिल रही है।  चंद्राकर ने कहा कि गरीब पात्र हितग्राहियों के साथ अन्याय हुआ तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी, गरीबों के हक व अधिकार के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने विवश होंगे।