प्रकृति की ओर सोसाइटी और छत्तीसगढ़ पंजाबी सनातन सभा द्वारा एक दिवसीय निशुल्क बागवानी कार्यशाला का आयोजन पंजाब केसरी भवन जोरा में आयोजित किया गया
September 24, 2024रायपुर/प्रकृति की और सोसाइटी और छत्तीसगढ़ पंजाबी सनातन सभा द्वारा एक दिवसीय निशुल्क बागवानी कार्यशाला का आयोजन पंजाब केसरी भवन जोरा में आयोजित किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. गिरीश चंदेल, कुलपति, इं. गां. कृ. विश्वविद्यालय उपस्थित थे।
कार्यक्रम के शुरुआत में स्वागत भाषण में प्रकृति की ओर सोसायटी के अध्यक्ष श्री मोहन वर्ल्यानी जी ने बदलते परिवेश में प्रकृति की ओर कैसे वापस जाया जाय और इसके महत्व पर प्रकाश डालते इए सभी अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय डॉ. गिरीश चंदेल जी, कुलपति जी ने जीवन के हर पल में बांस के उपयोग पर प्रकाश डाला एवं बताया कि बांस की व्यावसायिक खेती में प्रसारित करने में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय पिछले दो सालो मे 4 लाख से ज्यादा बांस के विभिन्न किस्मों के पौधे तैयार किये है।
इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि “श्री सुदेश नामदेव जी” प्रगतिशील बांस किसान जो विगत 12–15 वर्षों से बांस का उत्पादन कर रहे हैं बांस से चायपत्ती, सौंदर्य प्रसाधन आदि तैयार कर रहे हैं।
नामदेव जी ने श्रोताओं को संबोधित करते हुवे कहा की हमने अपने पर्यावरण को अपने ही हाथों बिगाड़ लिया है, आगे बच्चों को हम क्या भविष्य देने जारहे हैं यह हमें सोचना चाहिए।
वक्ता: बागवानी विशेषज्ञ “श्रीमती आरती साठे” 15 वर्ष से रायपुर शहर में किचन गार्डन का प्रशिक्षण देती आ रही हैं। आरती जी ने कहा की वह सभी से अनुरोध करती हैं की ऑर्गेनिक या प्राकृतिक कृषि का द्वंद छोड़ कर अब हमें पर्यावरण को समग्र रूप से देखना शुरू करें।
वक्ता “श्री दीपक सार्वा जी” जो की आईआईटी, गुवाहाटी से जिन्होंने 8 वर्ष पूर्व मल्टी नेशनल कम्पनी की नौकरी छोड़कर गांव की दिशा पकड़ी। दीपक जी वेद विज्ञान की बात कहते हुवे कहते हैं की वेद विरुद्ध विज्ञान ने आज मनुष्य जीवन को मृत्यु के मुहाने लाकर खड़ा कर दिया है, आज यदि हमने अपना व्यवहार नहीं सुधारा तो मानवता को बचाना असंभव दिखाई पड़ता है। स्टील युग के बाद हम प्लास्टिक युग में जी रहे हैं यदि जीवन की दशा सुधारनी है तो दिशा सुधारनी होगी।
छत्तीसगढ़ पंजाबी सनातन सभा के अध्यक्ष “श्री जवाहर खन्ना” ने अपने समापन उद्बोधन में सामाजिक और विश्वकल्याण के ऐसे कार्यक्रमों में समाज की भूमिका पर सदैव सहयोग का अपना वादा दोहराया।
कार्यक्रम में 300 से अधिक बगवानी प्रेमियों में भाग लिया इस अवसर पर सभी को विभित्र फल फूल एवं सब्जियों के पौधे उपहार स्वरूप दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन लक्ष्य टारगेट एवं विभूतिअरोड़ा ने किया और विशेष रूप से प्रकृति की ओर सोसायटी के दलजीत बग्गा, मोहन वर्ल्यानी, निर्भय धाडीवाल, जयेश पीथालिया, डॉ विजय जैन,छत्तीसगढ़ पंजाबी सनातन सभा के सत्येंद्र कोहली,जवाहर खन्ना, सुनील डोगर,मनमोहन विग उपस्थित थे।