
शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय में तीसरे दिन मशरूम उत्पादन एवं रखरखाव कि जानकारी छात्राओं को दी गई..
December 14, 2022
महासमुंद 14 दिसंबर 2022/ शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय में मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण के तीसरे दिन आज कार्यक्रम की समन्वयक विभाग अध्यक्ष सूक्ष्म जीव विज्ञान डॉ स्वेतलाना नागल ने छात्राओं को ताजे मशरूम के प्रबंधन एवं रखरखाव की जानकारी प्रदान की।
डॉ नागल ने अपने वक्तव्य में बताया की मशरूम में पानी की अधिकता एवं श्वसन क्रियाओं के कारण उसके जल्द खराब होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं इसलिए जरूरी है कि मशरूम तुड़ाई के बाद उपयुक्त भंडारण तापक्रम 5 डिग्री सेंटीग्रेड पर रखने से मशरूम की श्वसन दर कम हो जाती है और इससे मशरूम 1-2 हफ्ते तक संरक्षित करके रखा जा सकता है। मशरूम की सफेदी बरकरार रखने के लिए उसे सिट्रिक अम्ल एवं सल्फर डाइऑक्साइड की सूक्ष्म मात्रा वाले घोल में डुबोकर पैक किया जाता है।

इसके अलावा मशरूम को पतला काटकर धूप में सुखाकर भी रखा जा सकता है जो वर्ष में कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है सूखे मशरूमो से तैयार पाउडर से बिस्किट, बड़ी, पापड़ इत्यादि बनाए जा सकते हैं जबकि ताजे मशरुम को अचार, पुलाव, पकोड़े मे डाला जा सकता है जिससे यह बच्चों एवं बड़ों सभी के दैनिक भोजन में आसानी से समावेशित किया जा सकता है।

प्रशिक्षण के प्रायोगिक सत्र के दौरान महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की प्रमुख डॉ सरस्वती वर्मा ने छात्राओं को मशरूम पुलाव, पकोड़े और अचार बनाने की विधि सिखाई। छात्राओं ने पिछले दिनों की भांति आज गर्म पानी से पैरा कुट्टी उपचारित कर स्पान तैयार करने की विधि सीखी।


