अवैध उगाही में डुबे तहसील एवं एसडीएम कार्यलय के बाबू… कलेक्टर साहब कब करेंगे कार्यवाही….

अवैध उगाही में डुबे तहसील एवं एसडीएम कार्यलय के बाबू… कलेक्टर साहब कब करेंगे कार्यवाही….

December 12, 2022 0 By Central News Service

महासमुंद 12 दिसंबर 2022/ जिले के तहसील कार्यालय एवं उप प्रभागीय न्यायधीश (एसडीएम) कार्यलय के बाबुओं का बल्ले बल्ले हो रहा है। इन लोगों का लगातार शिकायत किसान या प्रार्थी जिला कलेक्टर से अपनी अर्जी लेकर पहुंच रहे है , कि लगातार कार्यालयों का चक्कर काट रहे है लेकिन अभी तक हमारे अर्जी याने कि आवेदन संलग्न नही कर रहे है। आपको बता दें कि बाबु भैया ही अपने आप को ही बड़े समझते हैं। जिसको जबतक उसके जेब गरम नहीं होगा तो आपका सुनवाई कोई नहीं करेंगे। प्रशासन इन बाबु भैया से लाचार क्यों है आखिरकार कारण क्या है?।

आपको यह भी बता दें कि जब मीडिया अन्य लोगों के नाम से बात भी किए हैं जिसमें बाबु भैया एवं विराजमान मैडम अपने आप को ही कलेक्टर समझते हुए धौंस देते हैं कि पैसा हम ऊपर तक पहुंचाते हैं।

इसी प्रकार कि बड़ी खबर है कि तहसील कार्यालय सरायपाली के सहायक ग्रेड 2 श्री श्री 1008 रोशन लाल सोनी जो बहुत दिनों से एस.डी.एम. कार्यालय बागबाहरा में संलग्न होकर कार्यरत थे, जिन्होने भ्रष्टाचार के पुण्य कार्य में फँस गये थे जिसका विडियों सुर्खियों रहा है। जिसे 16 जून को बाकायदा सस्पेंड कर दिया गया था । उनका नया और तीसरा ऑफिस महासमुंद कलेक्टरेट हो गया था जहां उसे केवल जीवन निर्वहन गुजारा भत्ता मिल रहा था।

किन्तु वर्तमान में अपर कलेक्टर महासमुंद ने इतने बड़े संगीन मामले को कफन दफन कर रोशन सोनी को बहाली करते हुये कलेक्टर कार्यालय में पुन: बाबू बना दिया है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि किसान का गला घोंटने, किसान से गलत तरीका से उगाही करने का स्वतंत्रता यही कलेक्टर, अपर कलेक्टर लोग छूट देते है जिसके कारण निचले स्तर के कर्मचारी/अधिकारी खुले रूप से घूस लेते है! पैसा लेते हुये रंगे हांथों पकड़ाने वाले दलाल, भ्रष्टाचार बाबू रोशन सोनी को बहाली करके अपर कलेक्टर महासमुंद ने किर्तीमान गढ़ दिया है, एक नया पहचान दिया है! ऐसा प्रतीत होने लगा है की महासमुंद में जिस प्रकार से कार्य चल रहा है, उस हिसाब से अपर कलेक्टर ने निचले स्तर के अधिकारियों व बाबूओं को छूट दे दिया है कि तुम लोग गरीब किसानों का जेब खाली करते जाओं, समय आने पर हम तुम्हे बहाली करते जायेंगें!

अब न्याय की गुहार लगाने के लिये कोई भी कलेक्टर के जन दर्शन में भी नही आयेगा क्योंकी जिस दरवाजा में न्याय का गुहार लगायेगा वहीं से तो भ्रष्टाचार का दरवाजा खुलना चालू होता है! मिडिया न्याय के लिये आवाज उठाया है और उठाते रहेगा! एक गरीब किसान से जिस प्रकार से प्रताड़ित करते हुये रकम लिया था, वह छमा योग्य नही परंतु उस भ्रष्टाचारी बाबू को जिला कलेक्टर, अपर कलेक्टर दुर्गेश वर्मा ने अभय दान दे दिया है, लेकिन कोर्ट का दरवाजा अभी भी खुला है हाईकोर्ट तक किसान जाने के लिये तैयार है!
अब देखना होगा की उपर वाला भी संस्पेंडूंराम रोशन सोनी का साथ देगा, या एक गरीब किसान का आवाज सुनेगा!


ऐसे बहुत से मामले जिले के तहसील कार्यालय एवं एसडीएम कार्यलय का है… जिसमें सबसे ज्यादा बागबाहरा एवं महासमुंद कार्यलय ने क्रमश प्रथम द्वितीय स्थान पर है.. लेकिन इस मामले अभी तक किसी प्रकार से कि तहसीलदार साहब या एसडीएम का दबदबा या कार्यवाही अभी तक सामने नहीं आई है। अब देखना यह है कि महासमुंद जिलाधिकारी अपने करप्शन में डुबे लोगों को बचाते है कि जनता का साथ देते हैं।