
महासमुंद शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक दिवसीय ” छत्तीसगढ़ कल , आज और कल ” विषय पर सेमिनार एवं सम्मान समारोह…
November 19, 2022
महासमुंद 19 नवंबर 2022/ शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद एम. ए. राजनीति विज्ञान के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र – छात्राओं का एक दिवसीय विभागीय सेमिनार सम्मान समारोह का आयोजन ” छत्तीसगढ़ कल , आज और कल “जैसे महत्वपूर्ण विषय पर रखा गया । कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. ई .पी. चेलक जी , विषय विशेषज्ञ के रूप से डॉ. समीक्षा चंद्राकर विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान शासकीय राजीव लोचन महाविद्यालय राजिम , डॉ. रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास, डॉ. मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान , डॉ. दुर्गावती भारती विभागाध्यक्ष हिंदी , केशर चंद्र बनपाल सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान , विजय कुमार मिर्चे अतिथि सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र में माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया । सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत कु. शीतल ध्रुव प्रथम सेमेस्टर द्वारा प्रस्तुत किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से डॉ ई पी चेलक ने ” छत्तीसगढ़ कल आज और कल “ विषय में विचार रखते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ ऐतिहासिक रूप से बहुत ही गौरवशाली रहा है इसके निर्माण के लिए बहुत से विभूतियों ने आंदोलन किए, जिसके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को किया गया। नित नए कीर्तिमान लिखते हुए छत्तीसगढ़ विकास की ओर अग्रसर है।

डॉ. समीक्षा चंद्राकर ने कहा “छत्तीसगढ़ कल आज और कल” विषय पर विचार रखते हैं छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर विचार रखें, इसके साथ-साथ छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं जैसे नरवा, गरवा, घुरवा और बारी, शिक्षा, साक्षरता, कौशल विकास , रोजगार के अवसर के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा आने वाले वर्षों में सरकार के साथ साथ हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि छत्तीसगढ़ के विकास में हम सब अपने सहभागिता प्रदान करें ताकि छत्तीसगढ़ सशक्त और समृद्ध छत्तीसगढ़ बन सके।
छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ मालती तिवारी ने कहा विकसित राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ के युवाओं को और सकारात्मक कार्य करने की आवश्यकता है जिसमें नक्सलवाद की समस्या, शराबबंदी , महिला सशक्तिकरण की दिशा में ,रोजगार के नए अवसर तलाश कर राज्य के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

डॉ. दुर्गावती भारतीय ने कहा कि सेमिनार से छात्र-छात्राओं में बोलने की क्षमता विकसित होता है। छत्तीसगढ़ अपने मातृ राज्य मध्य प्रदेश से पृथक होकर एक स्वतंत्र राज्य के रूप में अस्तित्व में आया।डॉ. रीता पांडेय जी ने आज के सेमिनार के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। केशरचंद्र वनपाल जी ने बताये कि प्रशासन में काम होते हुए दिखना भी चाहिए।

इस अवसर पर राजनीति विज्ञान विभाग के तृतीय सेमेस्टर से सुनील साव, बबिता ध्रुव, दामिनी साहू, हुलसी साहू, यीलेंद्र साहू, बसंत निषाद, दिव्या, तारन धृतलहरे ,रमेश्वरी निषाद तथा प्रथम सेमेस्टर से ज्योति जांगड़े, रेखा जांगड़े, ईश्वरी पटेल, ममता यादव ,निधि यादव, दोज राम, जय किशन यादव, करुणा टंडन, अजय दीवान, धुलेसिया निषाद , संगीता दीवान, इत्यादि छात्र छात्राओ ने ‘छत्तीसगढ़ कल, आज और कल ‘ विषय पर अपने लघु शोध का वाचन किया। साथ ही पूर्व में आयोजित रंगोली प्रतियोगिता के लिए प्रथम पुरस्कार पुरुषोत्तम प्रजापति व द्वितीय पुरस्कार सुमन साहू एवं देशी व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार दिव्या चंद्राकर व द्वितीय पुरस्कार नम्रता निषाद तथा प्रश्न मंच प्रतियोगिता में तृतीय सेमेस्टर से दिव्या चंद्राकर व द्वितीय दामिनी साहू तथा प्रथम सेमेस्टर से प्रथम सोनम साहू व द्वितीय सीतल ध्रूव को मिला। मंच का संचालन तथा आभार व्यक्त विजय कुमार मिर्चे द्वारा किया गया ।


