महासमुंद मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों कि मान्यता पर सासंद एवं विधायक.. दोनों आमने सामने .. दोनों बता रहे है अपने प्रयास.. जनता असंमजस में.. कहा कि वाहवाही का दौर है..

महासमुंद मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों कि मान्यता पर सासंद एवं विधायक.. दोनों आमने सामने .. दोनों बता रहे है अपने प्रयास.. जनता असंमजस में.. कहा कि वाहवाही का दौर है..

August 1, 2022 0 By Central News Service

रायपुर 01 अगस्त 2022/ छत्तीसगढ़ में मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक बच्चों के लिए यह राहत भरी खबर है। प्रदेश में नए खुले महासमुंद मेडिकल कॉलेज में एडमिशन का रास्ता साफ हो गया है। नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने कॉलेज में MBBS की 100 सीटों पर प्रवेश की मान्यता दे दी है।

दाे साल पहले केन्द्र सरकार के प्रयास पर छत्तीसगढ़ में कांकेर, महासमुंद व काेरबा में नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खाेलने की मंजूरी मिली थी। इसके बाद तीनाें मेडिकल कॉलेज की तैयारी शुरू हुई। पिछले साल नेशनल मेडिकल कमिशन के निरीक्षण के बाद कांकेर काे 100 सीटों की मान्यता मिली थी। इस बार मान्यता की दाैड़ में महासमुंद व काेरबा मेडिकल कॉलेज थे। करीब दो महीने पहले NMC ने दाेनाें कॉलेज का एक ही दिन वर्चुअल निरीक्षण किया था। उसके बाद से फाइनल रिपाेर्ट का इंतजार चल रहा था।

29 जुलाई काे NMC की मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड ने महासमुंद मेडिकल कॉलेज काे शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 100 सीट के लिए आशय पत्र जारी कर दिया। बताया जा रहा है, प्रदेश में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की सीटों में बढ़ोतरी होने से मेडिकल की शिक्षा के साथ ही मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।

राज्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि यह कॉलेज इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाएगा..

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, महाविद्यालय में अध्यापन कार्य इस सत्र से ही शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, यह मेडिकल कॉलेज क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि ले कर आएगा। हमारा छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सुविधाओं व चिकित्सा शिक्षा में नित नई उपलब्धियां प्राप्त कर रहा है। जिनके लिए डाक्टरों कि नियुक्ति हो गई है पर अभी उन्हें प्रभार नहीं दिए गए है

अब 8 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई

महासमुंद मेडिकल कॉलेज को मान्यता के बाद प्रदेश में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। अभी रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, राजनांदगांव, जगदलपुर और कांकेर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई हो रही है। वहीं रायपुर व भिलाई में निजी कॉलेज चल रहे हैं। इनमें एमबीबीएस की 1150 सीटें हैं। अब महासमुंद की 100 सीटें मिलाकर यह संख्या 1250 हो जाएगी।

महासमुंद लोकसभा सांसद एवं विधायक मेडिकल कॉलेज को लेकर आमने सामने..

आपको बता दें कि 325 करोड़ रूपए से निर्मित कालेज को नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने महासमुंद में 100 सीटों के लिए मान्यता दे दी है, जिसके श्रेय लेने कि होड़ लगी हुई है।
लोकसभा सांसद चुन्नीलाल साहू ने बताया कि यह पुरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का है, जो कि महासमुंद जिला महत्वाकांक्षी में से एक है , जिनको उन्होंने लोकसभा चुनाव में हि मेडिकल कॉलेज खोलने का घोषणा किए थे। आज उन्हीं के बदौलत महासमुंद में मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ होने वाला है।

सांसद साहू जी ने बताया कि राज्य सरकार एवं उनके विधायक गण अपनी वाहवाही लूटने में मस्त है, उन्हें यह नहीं पता कि केंद्र सरकार कि सफलता को अपनी सफलता बताकर वाहवाही लूट रहे है। विधायक महोदय एक दिन भी बता दें कि उन्होंने मेडिकल कॉलेज के लिए राज्य सभा या NMC से बात किए हो, स्थानीय विधायक का हक बनता है कि उसके क्षेत्र में खुल रहे कॉलेज के लिए आभार व्यक्त करें, यह नहीं कि पूरे श्रेय स्वयं लें।

केन्द्र सरकार हमेशा जनता एवं विद्यार्थियों के लिए प्रेरणात्मक कार्य किए है । इस महाविद्यालय के शुभारंभ से क्षेत्र के बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा। विद्यार्थी अभी से Neet कि परीक्षा कि तैयारी करना शुरू कर दें। क्योंकि मोदी सरकार अभी भी देश कि जनता एवं विद्यार्थियों के लिए और भी हितकारी कार्य करेंगे।

वही दुसरी तरफ महासमुंद विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर जी ने 100 सीटों कि मान्यता को अपनी श्रेय दे रहे हैं, हांलांकि नेशनल मेडिकल कमीशन ( NMC) ने 100 सीटों कि मान्यता दी है। जिसमें विधायक चंद्राकर जी अपने प्रयासों का लाभ बता रहे हैं।

वही आज भी क्षेत्र के जनता असंमजस है कि आखिरकार किसके प्रयास सही है सांसद का या फिर विधायक का… जनता ने कहा कि वाहवाही लूटने होड़ मची हुई है।